मुलायम को पुलिस की क्लीन चीट, धमकाया नहीं समझाया था…
आईपीएस अमिताभ ठाकुर को फोन पर धमकी देने के सवा तीन साल पुराने मामले में आरोपी समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम (Mulayam) सिंह यादव को पुलिस ने क्लीन चीट दे दी है। विवेचक सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मुलायम सिंह ने आईपीएस को धमकी नहीं दी थी। उन्होंने अपने बयान में आईपीएस को बड़े की तरह समझाने की बात कही है।
विवेचक ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट सीजेएम कोर्ट में दाखिल कर फाइनल रिपोर्ट का समर्थन किया है। दरअसल, 10 जुलाई 2015 को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को मोबाइल पर कथित तौर पर धमकी दी गई थी, जिसके बाद आईपीएस ने हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।
आवाज का नमूना लेकर फ़ॉरेंसिक जांच के आदेश दिए
मामले में पूर्व विवेचक ने कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की थी, जिस पर ठाकुर ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद कोर्ट ने मुलायम सिंह की आवाज का नमूना लेकर फ़ॉरेंसिक जांच के आदेश दिए। सीओ बजार्खाला ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व विवेचक की अंतिम रिपोर्ट का समर्थन किया है।
12 अक्टूबर 2018 को सीजेएम लखनऊ को भेजी अपनी आख्या में विवेचक सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव ने कहा है कि 26 जुलाई 2018 के सीजेएम कोर्ट के आदेश पर वे 4 अगस्त 2018 को 3/111, सुशांत गोल्ड सिटी, अंसल कॉलोनी, थाना गोसाईगंज स्थित मुलायम सिंह के आवास गए थे। मुलायम सिंह ने अपनी आवाज का नमूना देने से इनकार कर दिया।
अमिताभ मामले को बढ़ा-चढ़ा कर आरोप लगा रहे हैं
हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि यह उन्हीं की आवाज है। विवेचक ने कहा कि मुलायम सिंह ने बताया कि मैंने सिर्फ बड़े होने के नाते अमिताभ को समझाया था, मेरी मंशा उन्हें धमकी देने की नहीं थी। अमिताभ मामले को बढ़ा-चढ़ा कर आरोप लगा रहे हैं।
विवेचक ने कहा कि तमाम विवेचना के बाद अपराध के समर्थन में सुसंगत साक्ष्य नहीं होने के कारण मुकदमे में पूर्व में भेजे गए अंतिम रिपोर्ट का समर्थन किया जाता है। साथ ही, फर्जी अभियोग दर्ज कराए जाने के संबंध में अमिताभ ठाकुर के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 में कार्रवाई की संस्तुति की जाती है। सीजेएम लखनऊ आनंद प्रकाश सिंह ने मामले में सुनवाई की अगली तिथि 15 नवंबर तय की है।
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