भाजपा के दस लाख पार के दम्भी नारे को काशी की जनता ने औंधे मुंह गिरा दिया- अजय राय
‘दस लाख पार’ के दंभी नारे को औंधे मुंह कर भारी जनसमर्थन दिया
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चुनाव में इंडिया गठबंधन उम्मीदवार अजय राय हार तो गए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिकार्ड मतों से जीत के रथ को जरूर रोक दिया. यही वजह है कि इंडिया गठबंधन प्रत्याशी और उनके समर्थक इस हार को भी अपनी जीत मान रहे हैं. इसकी वजह भी है कि एनडीए के शीर्ष नेतृत्व को टक्कर देना आसान बात नही है. इस परिणाम को लेकर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन में खुशी की लहर है. खुद अजय राय भी फूले नहीं समा रहे हैं. उन्होंने जनता के इस प्यार व आशीर्वाद को अभूतपूर्व बताया. कहाकि इस समर्थन के लिए वह अंतिम सांस तक जनता के ऋणी रहेंगे.
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व वाराणसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के इंडिया गठबंधन प्रत्याशी अजय राय ने चुनाव परिणाम के बाद एक वक्तव्य में कहा है कि सत्ता बल की धौंस और भारी धन बल के निवेश के मुकाबले काशी की महान जनता ने विपुल जन समर्थन का जितना आशीर्वाद हमें दिया है, वह सत्ता के शीर्ष दुर्ग के खिलाफ मेरी नैतिक जीत है. बाबा विश्वनाथ की कृपा और शिवस्वरूप काशीवासियों से मिले इस प्रेम का मैं जीवन की अंतिम सांस तक ऋणी रहूंगा और मेरा जीवन काशी की सेवा को सतत समर्पित रहेगा. अजय राय ने कहा कि काशी ने मुझे जिस तरह दस लाख पार के दंभी नारे को औंधे मुंह गिरा दिया. मुझे भारी जनसमर्थन मिला और यह मेरी हार में भी जीत है. मैं और इंडिया गठबंधन के हमारे साथी इस लोकतांत्रिक युद्ध में निहत्थे और पैदल थे. दूसरी ओर सत्ता की चकाचौंध एवं संसाधनों का सैलाब था. मंत्रियों से लेकर राज्यपालों तक की फौज मेरे खिलाफ काशी में घर घर घूम रही थी. धन एवं सत्ता शक्ति के जबर्दस्त निवेश के बावजूद संकीर्ण जीत पाने में शीर्ष सत्ता नायक के दांत काशी की जनता ने खट्टे कर दिए. इंडिया गठबंधन के जांबाज कार्यकर्ता साथियों के साथ वाराणसी की जनता ने मेरा चुनाव खुद को ही अजय राय मानकर लड़ा. उनके इस विश्वास का मैं ऋणी हूं और हर सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहूंगा.
काशी के सम्मान व हितों के खिलाफ राजनीति गंवारा नहीं
अजय राय ने कहा कि हम मां गंगा की विनम्र संतान हैं. इस चुनाव में मां गंगा का संकेत साफ है कि काशी के सम्मान और हितों के विरुद्ध राजनीति काशी को गंवारा नहीं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मैं उत्तर प्रदेश में मिली कांग्रेस एवं सपा की जीत के साथ इंडिया गठबंधन की भारी सफलता से अभिभूत हूं. प्रदेश की जनता का हृदय से आभारी हूं. उत्तर प्रदेश की जनता ने चार लाख मतों से राहुल गांधी को जिता कर और भारी अपव्यय से नरेंद्र मोदी को डेढ़ लाख से कम वोटों से जीतने में पसीना छुड़ा कर यह सिद्ध कर दिया कि भारत मां की अपूर्व प्रदक्षिणा करने वाले नरेंद्र मोदी से बहुत बड़े जननायक राहुल गांधी हैं. अयोध्या की भाजपा की हार ने साबित कर दिया कि धार्मिक भावनाओं का राजनीतिक इस्तेमाल लोकतंत्र को अमान्य है.