पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाला एसटीएफ के हत्थे चढ़ा
बिहार के खगड़िया जिले का रहनेवाला है हंसरंजन, अभ्यर्थियों से कर चुका था 20 लाख की ठगी
यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2024 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाले हंस रंजन कुमार को यूपी एसटीएफ ने शनिवार को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया. एसटीएफ के मुताबिक हंस रंजन बिहार के खगड़िया जिले के परवत्ता थाना क्षेत्र के मुजाहिदपुर गांव का निवासी है. एसटीएफ ने उसके पास से एक मोबाइल फोन, दो डेबिट कार्ड, एक डीएल, एक पासपोर्ट और पैनकार्ड बरामद किया है. टीम ने उसे कैंट थाना क्षेत्र के चर्च के पास से गिरफ्तार किया है.
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एसटीएफ यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का पेपर लीक करने का प्रयास करनेवालों के गिरोह के बारे में छानबीन कर रही थी. इसी दौरान एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी को शिकायत प्राप्त हुई कि व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर इस ग्रुप में जोडे जाने के नाम पर महिला अभ्यर्थियों से 500 रूपये व पुरूष अभ्यर्थियों से 1000 रूपये यूपीआई (फोन-पे) के माध्यम से लिये जा रहे हैं. उक्त वहाट्सएप ग्रुप से जुडे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर पैसे की मांग की जा रही है.
बनाया था व्हाट्सएप ग्रुप, एडमिन का नाम ‘‘इन्सपेक्टर हंसराज ग्रुप’
निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में टीम द्वारा तथ्यों की जॉंच एवं अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी. जांच के दौरान पाया गया कि व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन का मोबाइल नंबर 969341’’’ है और इसके ग्रुप एडमिन ने अपना नाम ‘‘इन्सपेक्टर हंसराज ग्रुप’’ अंकित किया है. जब ग्रुप एडमिन के संबंध में और गहन छानबीन की गयी तो पाया गया कि हंसरंजन कुमार पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है और इसका वाराणसी में भी अभ्यर्थियों से मिलना-जुलना है. इसी बीच पता चला कि पुलिस भर्ती के नाम पर ठगी करने वाला वाराणसी के थाना कैण्ट क्षेत्र के चर्च के पास आने वाला है. इसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
7 माह पहले 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप और चैनल बनाया था
पूछताछ में हंसरंजन ने बताया कि उसने व्हाट्सएप पर बनाया था. ग्रुप एडमिन के रूप में इन्सपेक्टर हंसराज अंकित है. उक्त मोबाइल नंबर के धारक के बारे में पता चला कि यह मोबाइल नंबर बिहार के ही खगड़िया जिले के परवत्ता थाना क्षेत्र के मुजाहिदपुर के ही मनीष कुमार के नाम पर है. जिसके माध्यम से भर्ती परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र उपलब्ध कराये जाने के लिए पैसा लिया जा रहा है. यूपीआई आईडी के सम्बन्ध में छानबीन में पाया गया कि फोन-पे यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया परवत्ता जनपद खगडिया (बिहार) में हंसरंजन कुमार के नाम पर यह खाता निर्गत है. इसका उपयोग मनीष कुमार के भाई हंस रंजन कुमार द्वारा परीक्षा के नाम पर ठगी करने में किया जा रहा है. हंसरंजन द्वारा लगभग 7 माह पूर्व मोबाइल नंबर 969341’’ से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलग-अलग लगभग 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप और चैनल बनाया गया था. इसमें लगभग 35000 लोगों को इसके द्वारा जोड़ा गया था. वह पता करता था कि कौन सी प्रतियोगी परीक्षा कब और कहॉं होनी है.
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महिलाओं से 500 और पुरूषों से 100 लेता था
हंसरंजन के अनुसार उक्त प्रतियोगी परीक्षाओं के सम्बन्ध में एक संक्षिप्त विवरण बनाया जाता था कि उक्त प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र जिसको चाहिए वह अभ्यर्थी उसके यूपीआई अथवा क्यूआर कोड पर निर्धारित पैसा (पुरूष 1000, और महिला 500 रूपये) भेजकर उसके व्हाट्सएप/टेलीग्राम गु्रप/चौनल का सदस्य बन सकता है. जो अभ्यर्थी उसके ग्रुप या चैनल का सदस्य रहेगा, उसे ही परीक्षा से एक दिन पूर्व प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जायेगा. इसके उपरान्त इस संदेश के साथ अपना क्यूआर कोड सभी संबंधित ग्रुपों में भेज दिया जाता था. कई अभ्यर्थी इसके झांसे में आकर इसके द्वारा भेजे गये क्यूआर कोड में धनराशि भेज कर इसके ग्रुप का सदस्य बन जाते थे. परीक्षा होने के उपरान्त जो अभ्यर्थी इसको पैसा देकर गु्रप का सदस्य बनते थे और प्रश्नपत्र न प्राप्त होने पर जब अपना पैसा वापस मांगते थे, तो उसके द्वारा टालमटोल कर दिया जाता. ऐसे ही वह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में ठगी करता था. इसी दौरान इसको ज्ञात हुआ कि उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हेतु माह अगस्त 2024 में परीक्षा होनी है. इसके दृष्टिगत इस परीक्षा में भी ठगी करने हेतु सक्रिय हो गया और इस परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र परीक्षा के एक दिन पूर्व उपलब्ध कराये जाने के नाम पर अपने द्वारा बनाये गये व्हाट्सएप/टेलीग्राम गु्रप/चैनल के माध्यम से ठगी करने लगा. इस दौरान इसने हजारों अभ्यर्थियों से लगभग 20,00,000 रूपये (बीस लाख रूपये) प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर ले लिया था. गिरफ्तार हंसरंजन के खिलाफ कैण्ट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है.