सेना ने जिस देश में किया तख्तापलट, जानिए कैसे है उसके भारत से संबंध
पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर में तख्तापलट हो गया है. सेना के जवानों ने राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को कैद कर लिया है. सेना ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर तख्तापलट की घोषणा की. नाइजर में बद से बदतर होते हालात के बीच यह घटना देश के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाली है. तख्तापलट की घटना पर अमेरिका ने साफ कहा है कि जब तक वहां के हालात लोकतांत्रिक नहीं हो जाते तब तक नाइजर को आर्थिक मदद पर रोक रहेगी.
नाइजर दुनिया के उन देशों में से एक है जो सबसे ज्यादा कर्ज में डूबा हुआ है. यहां प्रति व्यक्ति आय सबसे निचले स्तर पर है. अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन और यूरेनियम के निर्यात पर निर्भर है. हालांकि, पिछले कई दशकों से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और अब विदेशी मदद मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई है. भारत उन देशों में से एक रहा है जिसने नाइजर की हमेशा मदद की है. राहत पैकेज दिया. स्कॉलरशिप से भी और तकनीकी तौर पर भी इस देश की मदद की.
नाइजर और भारत के रिश्ते कैसे और कैसे बने, 5 प्वाइंट में समझिए…
-विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, भारत ने कई मौकों पर नाइजर को राहत पैकेज दिया है. 2005 में खाद्य संकट से जूझ रहे नाइजर को बुनियादी दवाओं के लिए राहत पैकेज दिया गया था. नाइजर की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय विशेषज्ञों ने वहां का दौरा किया और कृषि के क्षेत्र में तकनीकी सहायता प्रदान की. 2012 में भारत सरकार की ओर से 67 लाख रुपये के 100 कंप्यूटर दिए गए थे.
-2.कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला देश होने के बावजूद, नाइजर में खाद्य संकट होने पर भारत ने कई बार मदद की. ऐसे ही हालात में 2010 में भारत ने नाइजर को 1 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद दी थी. टीवी कैमरा खरीदने के लिए नाइजर के राष्ट्रीय टेलीविजन को 86452 यूरो की मदद की.
-सितंबर 2015 में, भारत सरकार ने नाइजर सरकार को 10 लैपटॉप उपहार में दिए. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नाइजर में भारतीय दूतावास ने योग दिवस मनाया. इसके अलावा 2014-15 और 2016-17 में नाइजर के युवाओं को छात्रवृत्ति उपलब्ध करायी गयी. 2014-15 के दौरान डिफेंस ट्रेनिंग दी गई.
-नाइजर और भारत के रिश्ते कैसे रहे हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब भी देश पर आर्थिक संकट आया, भारत ने मदद की. पिछले दशक में दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर हुए हैं. 2011 में, नाइजर ने भारत में एक दूतावास खोला। इसके बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार का दायरा बढ़ता गया.
-वर्ष 2014-15 में भारत ने नाइजर के साथ 78.77 मिलियन डॉलर का व्यापार किया. भारत ने नाइजर को दवाएं, कपास, विद्युत मशीनरी, उपकरण और प्लास्टिक की वस्तुएं निर्यात कीं. इसके अलावा भारत नाइजर से कई चीजें आयात भी करता था. इसमें मुख्य रूप से कच्ची खाल और सीसे से जुड़ी चीजें शामिल थीं. साल दर साल ये कारोबार बढ़ता गया.
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