“देश का संविधान धर्म के आधार पर हो”, गृह मंत्री अमित शाह बोले- सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2020 में जीत का एक बड़ा लक्ष्य लेकर चल रही है. पीएम मोदी ने 400 पार का नारा दिया है. हालांकि बीजेपी के कुछ नेताओं का दावा है कि बीजेपी इसलिए 400 पार सीटें लाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि उसके बाद संविधान में संशोधन किया जा सके. नेताओं की ओर से की जा रही इस तरह की बयानबाजी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में स्पष्टीकरण दिया.
“10 साल से हमारे पास बहुमत है”
गृह मंत्री अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि “10 साल से हमारे पास बहुमत है. 2014 में बीजेपी के पास 272 सीटें थी. फिलहाल 300 से ज्यादा सीटें हैं. दोनों बार NDA को मिलाकर संविधान बदलने की भी ताकत है. हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल 370 हटाने में किया, CAA लाने में किया, Triple Talaq समाप्त करने में किया है.”
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“सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं”
इस दौरान जब गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया गया कि संविधान से सेक्यूलर शब्द हटाने बातें हो रही हैं, इसपर आपकी क्या राय है? इस सवाल का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि “सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं है. इस देश को पंथनिरपेक्ष बनाने का सबसे बड़ा आग्रह बीजेपी का है, इसलिए हम यूसीसी ला रहे हैं.”
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस देश को शरिया कानून के नाम पर चलाना चाहती है और उन्हें सेक्यूलर बनने की जरूरत है, लेकिन हमें नहीं है. हम तो हमेशा से कहते रहे हैं कि देश का संविधान धर्म के आधार पर होना चाहिए.