15 फरवरी को पीएम दिखाएंगे ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ को हरी झंडी
दिल्ली से वाराणसी के सफर को बेहद आसान करने वाली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन में आम यात्री 17 फरवरी से सफर कर सकेंगे। सेमी बुलेट कही जाने वाली यह रेलगाड़ी देश की सबसे तेज ट्रेन होगी। इस ट्रेन की रफ्तार शताब्दी एक्सप्रेस से अधिक है और स्पीड की तरह किराया भी थोड़ा ज्यादा रखा गया है।
दिल्ली से यह ट्रेन सुबह 6 बजे वाराणसी के लिए रवाना होगी और दोपहर 2 बजे तक काशी पहुंचेगी। काशी से यह ट्रेन दोपहर तीन बजे चलेगी और रात्रि 11 बजे दिल्ली पहुंचेगी।
ट्रेन 18 नाम से भी चर्चित वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। दिल्ली से वाराणसी के बीच ट्रेन सिर्फ कानपुर और इलाहाबाद में ही रुकेगी। यह सुबह 10:18 पर कानपुर पहुंचेगी और सिर्फ दो मिनट का ही स्टॉप होगा। इसके बाद ट्रेन का अगला स्टॉप प्रयागराज होगा। यहां ट्रेन 12:23 पर पहुंचेगी और सिर्फ दो मिनट ही रुकेगी। इसके बाद आखिरी स्टॉप 2 बजे वाराणसी होगा।
दोपहर 3 बजे काशी से चल रात 11 बजे पहुंचेगी दिल्ली
वाराणसी से दोपहर 3 बजे रवाना होकर यह ट्रेन रात 11 बजे दिल्ली पहुंचेगी। काशी से चलकर वंदे भारत एक्सप्रेस शाम को 4 बजकर 35 मिनट पर इलाहाबाद और 6:30 पर कानपुर पहुंचेगी।
सप्ताह में 5 दिन चलेगी
यह सोमवार और गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में 5 दिन चलेगी। ट्रेन में कुल 18 डिब्बे होंगे। इनमें 12 कोच चेयर कार के होंगे, 2 एग्जिक्युटिव चेयर कार के और 2 कोच ड्राइवर कार के तौर पर होंगे।
शताब्दी से 1.4 गुना अधिक है किराया
चेयर कार का किराया उतनी ही दूरी तय करने वाली शताब्दी ट्रेनों के किराये से 1.4 गुणा अधिक है और एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया प्रीमियम ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के किराये से 1.3 गुणा अधिक है। ट्रेन में टिकटों की दो श्रेणी है। एक एक्जीक्यूटिक श्रेणी और दूसरी चेयर कार।
जानें, कहां से कहां तक का कितना किराया
दिल्ली से कानपुर तक ट्रेन 18 में चेयरकार में सफर करने के लिए आपको कुल 1090 रुपये चुकाने होंगे, जबकि एग्जिक्युटिव चेयरकार का किराया 2105 रुपये होगा। दिल्ली से इलाहाबाद तक के लिए चेयरकार का 1395 रुपये किराया होगा और एग्जिक्युटिव क्लास के लिए 2750 रुपये देने होंगे। काशी तक के लिए 1760 रुपये चुकाने होंगे। एग्जिक्युटिव क्लास के लिए कुल 3310 रुपये का भुगतान करना होगा। काशी से दिल्ली की बात करें तो यह किराया 1700 रुपये होगा, जबकि एग्जिक्युटिव के लिए 3260 रुपये देने होंगे।
किसी को छूट नहीं, बच्चों का भी लगेगा पूरा टिकट
ट्रेन को 15 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे, जबकि 17 फरवरी से आम यात्री इसमें सफर कर सकते हैं। ‘ वंदे भारत एक्सप्रेस’ में सफर करने के लिए हर यात्री को टिकट की पूरी कीमत चुकानी होगी, यानी इसमें किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।
बच्चों के लिए भी आपको पूरा टिकट लेना होगा। हालांकि, सांसदों के पास, विधायकों के कूपन और सैनिक-अर्धसैनिक बलों के वॉरंट्स चलेंगे। रेलवे कर्मचारियों के ड्यूटी पास को छोड़कर अन्य कोई भी नहीं चलेगा।
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