चंदा कोचर के खिलाफ FIR दर्ज, CBI कर रही हैं छापेमारी
सीबीआई ने चंदा कोचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। साथ ही कई ठीकानों पर छापेमारी भी कर रही है। सीबीआई ने और मुंबई महाराष्ट्र समेत चार ठीकानों पर छापेमारी की है।
सीबीआई (CBI) ने आईसीआईसीआई की पूर्व-सीईओ चंदा कोचर केस में FIR दर्ज की है। मुंबई और महाराष्ट्र के चार अलग-अलग ठिकानों पर सीबीआई के छापे पड़ रहे हैं। इसी क्रम में मुंबई में विडियोकॉन के नरीमन पॉइंट स्थित मुख्यालय पर भी छापेमारी की जा रही है।
यह छापेमारी विडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपये के लोन मामले के सिलसिले में हो रही है। इससे पहले चंदा कोचर ने 4 अक्टूबर, 2019 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
बैंक के बोर्ड ने समय से पूर्व पद छोड़ने की उनकी मांग को स्वीकार करने के बाद उनकी जगह संदीप बख्शी को अगला मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर नियुक्त किया।
ये था पूरा मामला
विडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये के लोन का मामला है। यह लोन कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था जिसे विडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था।
विडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत पर आरोप है कि उन्होंने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यूपावर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को दिए थे। इस कंपनी को धूत ने दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था।
ऐसे आरोप हैं कि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्यों को कर्ज पाने वालों की तरफ से वित्तीय फायदे पहुंचाए गए। आरोप है कि आईसीआईसीआई बैंक से लोन मिलने के 6 महीने बाद धूत ने कंपनी का स्वामित्व दीपक कोचर के एक ट्रस्ट को 9 लाख रुपये में ट्रांसफर कर दिया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)