अपनों से घिरे, दूसरों से क्या शिकवा…NDA के इस दल ने किया जाति जनगणना का समर्थन…
नई दिल्ली: देश में पिछले कुछ सालों से जाति जनगणना की मांग जोर- शोर से हो रही है. कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने भी जाति जनगणना को लेकर भाजपा और मोदी सरकार को घेर रखा है. इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस और उनके कई सहयोगी दलों ने भी जाति जनगणना को लेकर चुनावी घोषणा पत्र में इसे शामिल किया था. साथ ही चुनावी मंचों पर भी कहा था कि सरकार बनने पर पहला काम जाति जनगणना का होगा.
मोदी और BJP नहीं चाहती जाति जनगणनाः विपक्ष
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लेकर राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां इस बात पर लगातार जोर दे रही है कि मोदी सरकार और भाजपा जाति जनगणना नहीं चाहती है. कांग्रेस का कहना है कि जाति जनगणना से ही पता चलेगा कि समाज में कितने लोगों को संसाधनों और कितने लोगों का सरकारी नौकरी में हक और हिस्सेदारी है. इससे पिछड़े और वंचित लोगों के लिए नीतियां बनाने में मदद मिलेगी.
ALSO READ : वाराणसी में श्रद्धालुओं की कार डंपर से टकराई, दंपती, बच्चे समेत 4 की मौत
NDA के दलों ने किया जाति जनगणना का समर्थन…
बता दें कि भाजपा और मोदी सरकार जहां जाति जनगणना पर कुछ कहने से कतरा रही है वहीं, NDA के सहयोगी दल लगातार जाति जनगणना करने की मांग का समर्थन कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में NDA के सहयोगी दलों में शामिल मोदी के हनुमान कहे जाने वाले चिराग पासवान ने भी जाति जनगणना का समर्थन किया है. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी कई बार जाति जनगणना का मुद्दा खुलकर उठाया है. इतना ही नहीं बिहार में भाजपा के साथ सरकार चला रही JDU ने पिछले साल ही जाति जनगणना कराई थी.
ALSO READ: जानें कौन है वो लड़की जिसके लिए आजीवन कुंवारे रहे रतन टाटा?…
TDP ने की जाति जनगणना की मांग…
इसी क्रम में अब NDA के सहयोगी और आंध्रप्रदेश सरकार की अगुवाई कर रहे TDP के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी जाति जनगणना का समर्थन किया है. एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या देश में जाति जनगणना होनी चाहिए तो उन्होंने कहा देश में यह जरूर होनी चाहिए. इसे लेकर समाज में एक भावना है और इसमें कुछ गलत नहीं है. जाति जनगणना में आर्थिक विश्लेषण होता है.