Browsing Tag

Chanchal

विरोध की धार और कलम की मार को जेल की दीवार कभी नहीं बांध पाई

प्रदीप कुमार हुकूमतें अपनी मुखालफत से बौखला कर मुख़ालिफ़ों की पुरानी फाइलें खंगालने लगती हैं। उसके इशारे पर उसका फरमाबर्दार निजाम…

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More