नम आंखों के साथ इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को दी गई ‘अंतिम विदाई’
बुलंदशहर के स्याना कोतवाली इलाके में गोकशी के नाम पर हुए खूनी संघर्ष में शहीद होने वाले जांबाज इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का उनके पैतृक गांव तरगंवा में अंतिम विदाई दी गई। शहीद सुबोध को उनके बड़े बेटे श्रेय ने पिता को मुखाग्नि दी।
इस दौरान वहां पर हजारों का संख्या में मौजूद लोगों की आंखों में सिर्फ आंसू थे जो शहीद को अतंतिम विदाई दे रहे थे। शहीद इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
शहीद को आखिरी नमन
भीड़तंत्र का शिकार हुए शहीद इंस्पेक्टर सुबोध का उनके पैतृक गांव तरगंवा में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जांबाज अफसर को अंतिम बार देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी और आंखों से बहते आंसुओं के साथ श्रद्धांजलि दी।
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शहीद को उनके बड़े बेटे श्रेय ने मुखाग्नी दी। परिवार, रिश्तेदार तो छोड़िए वहां पर मौजूद हर एक शख्स की आंखों में आंसू थे जो सवाल कर रहे थे उन धर्मध्वजा फहराने वाले भीड़तंत्र का हिस्सा बने हर शख्स से जिन्होंने बेरहमी से सुबोध को मौत के घाट उतार दिया।
क्या था मामला ?
आपको बता दें कि बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी को लेकर ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच में बवाल हुआ था। ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर जमकर तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी थी। इस दौरान उन्होंने पथराव और आगजनी भी की। ग्रामीणों द्वारा किये गए पथराव में स्यानी कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई। इस हिंसक घटना में पुलिस फायरिंग में एक छात्र की भी मौत हुई है।
मुआवजे का सीएम ने किया था एलान
बता दें कि, सीएम योगी ने शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपए और शहीद के माता-पिता को 10 लाख देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। इसके साथ ही आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन की भी घोषणा की है।
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