डाकुओं के साथ मुठभेड़ में यूपी पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शहीद
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में पुलिस और 7 लाख के इनामी बदमाश से मुठभेड़ के दौरान एक सब इंस्पेक्टर की गोली लगने से मौत हो गई। आप को बता दें कि आज सुबह करीब 7 बजे से ही पुलिस और डाकुओं के बीच मुठभेड़ चल रही थी, उसी दौरान गोली लगने से सब-इंस्पेक्टर की मौत हुई। मौत के बाद पुलिस महकमें में शोक की लहर दौड़ गई है। जेपी सिंह के शहीद होने की खबर जब उनके परिजनों को लगी तो उनके गांव और परिवार में मातम छा गया। यूपी पुलिस ने शहीद के परिवार को 25 लाख रुपए देने का ऐलान किया है।
जौनपुर के रहने वाले थे सब- इंस्पेक्टर जीपी सिंह
आपको बता दें कि सब-इंस्पेक्ट जेपी सिंह जौनपुर जिले के रहने वाले थे। इलाहाबाद के एडीजी जोन, एस एन साबत के मुताबिक, एसपी के नेतृत्व में बबली कोल डाकू के गैंग को पुलिस ने चित्रकूट में मानिकपुर के निहि चिरैया जंगल में घेर रखा है। उन्होने बताया कि पुलिस और डाकूओं के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है। मुठभेड़ में डाकूओं के गैंग के सदस्यों को भी गोली लगी है। इस मुठभेड़ में पुलिस के एक बहादुर पुलिस कर्मी के सिर में गोली लग गई, जिन्हें मानिकपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पर उनकी मौत हो गई।
बदमाश बबली कौल पर 7 लाख का है इनाम
बता दें कि बबली कोल, डाकू गैंग का सरगना है जिसने इलाके में दहशत का माहौल बना रखा है। डाकू की अपराधिक वारदातों से इलाके के लोगों में डर पैदा हो गया है। इस डर के माहौल को खत्म करने के लिए पुलिस ने सूचना पाकर डाकूओं के गैंग को चित्रकूट के मानिकपुर के निहि चिरैया जंगल में घेर लिया है, जहां लगातार पिछले 3 घंटों से पुलिस और डाकूओं के बीच मुठभेड़ जारी है। बबली कौल पर पुलिस ने 7 लाख रुपए का इनाम रखा है।
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बबली कौल ने ग्रामीणों में दहशत फैला रखी है
बबली कौल का आतंक इतना बढ़ गया है कि गांव में लोग उसके नाम से कांपते हैं और वो आए दिन गांव वालों को परेशान कर रहा था। गांव वालों की शिकायत पर पुलिस ने डाकुओं की घेराबंदी कर उन्हें पकड़ने के लिए गई थी तभी डाकूओं की तरफ से फायरिंग शुरू हो गई, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग शुरू की।
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