हैदराबाद में तोड़ी मां दुर्गा की प्रतिमा, फेंकी गयी पूजा सामग्री …
आज देशभर में शारदीय नवरात्रि का आखिरी दिन यानी अष्टमी और नवमी मनाई जा रही है, जिसकी धूम शहरों में साफ देखने को मिल रही है. इसी बीच हैदराबाद से मार्मिक वीडियो सामने आ रहा है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें कुछ अज्ञात लोगों ने दुर्गा प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया है और इसके साथ ही मंदिर में रखी पूजा सामग्री को फेक दिया गया है. यह हरकत मध्यम रात्रि को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई है. आपको बता दें कि, यह हरकत नामपल्ली प्रदर्शन मैदान में स्थापित प्रतिमा के साथ की गयी है.
सीसीटीवी कैमरा को तोड़कर घटना को दिया गया अंजाम
जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शन सोसायटी में शारदीय नवरात्रि के समारोह के रूप में सोसायटी के कर्मचारियों के मार्गदर्शन में देवी की प्रतिमा की स्थापना की गयी थी, वहीं बीती रात यहां पर डांडिया कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है. जिसमें भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे, जिसकी सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. इसके बाद कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी अपने घरों को लौट गए थे. ऐसे में मध्यत रात्रि को कुछ अज्ञात लोगो नें पंडाल में घुसकर दुर्गा प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है. वहीं लोगों ने बताया है कि, घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों ने पहले बिजली काटी है, उसके बाद में सीसीटीवी कैमरों को तोड़ा है और फिर इस पूरी घटना को अंजाम दिया है. इस हरकत में मां दुर्गा की प्रतिमा का हाथ टूट गया है.
हिंदू संगठन ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग
घटना की जानकारी मिलने पर एबिड्स एसीपी चन्द्रशेखर मौक पर पहुंचे हैं, उन्होने घटनास्थल का गहनता से जायजा लिया है. इस घटना को लेकर बेगमबाजार पुलिस के पास तुरंत मामला दर्ज करने के साथ जांच शुरू कर दी है. वहीं हिंदू संगठन इस घटना को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी और उनके लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे है.
Also Read: अखिलेश की एंट्री रोकने के लिए JPNIC किया गया सील, कहा- ”यह नकारात्मकता का प्रतीक”
लखनऊ से भी सामने आया ऐसा मामला
मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ इस तरह की हरकत का यह पहला मामला नहीं है, बल्कि बीते बुधवार को लखनऊ के थाना कैंट क्षेत्र में मरी माता के मंदिर से भी ऐसा ही मामला सामने आया था. जिसमें अज्ञात बदमाशों ने दुर्गा माता की मूर्ति को तोड़ दिया था. घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों ने सड़क जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. वहीं कैंट थाने की पुलिस ने लोगों को शांत कराया और पुलिस ने सभी लोगों को वापस बुलाया और स्थानीय लोगों के साथ एक और मूर्ति वहां स्थापित करवाई थी. इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की सख्त खोज की जा रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि माता की मूर्ति नवरात्र में तोड़ दी गई है, यह अक्षम्य अपराध है.