उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार लायेगी नई जनसंख्या नीति
अन्य राज्यों की नीतियों का अध्ययन हो रहा
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बुधवार को कहा कि सरकार जल्द ही नई जनसंख्या नीति लाएगी। आबादी के अनुसार ही विकास योजनाएं बनाई जाती हैं, लेकिन जिस तेजी से जनसंख्या वृद्धि हो रही है, उसके मुकाबले संसाधन विकसित नहीं हो रहे हैं।
अन्य राज्यों की नीतियों का अध्ययन हो रहा
स्वास्थ्य मंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हम दूसरे राज्यों की नीतियों का अध्ययन कर रहे हैं। कुछ राज्यों में दो से अधिक बच्चे होने पर नौकरी में भागीदारी न देने और पंचायत चुनाव लड़ने पर रोक लगने जैसे प्रावधान लागू किए गए हैं। हम सभी संभावनाओं पर अध्ययन कर रहे हैं। यूपी जैसे राज्य के लिए यह प्रावधान कितने मुफीद होंगे, इसकी व्यवहारिकता का भी अध्ययन करना होगा। हमने डॉक्टरों से भी नई जनसंख्या नीति के लिए सुझाव मांगे हैं।
सबको मिलकर कार्य करना होगा
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनसंख्या अधिक होने से जन कल्याणकारी नीतियां बनाने में परेशानी आती है। इसके लिए प्रदेश सरकार नई जनसंख्या नीति बनाएगी। इस दिशा में हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने ये बातें बुधवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से आयोजित परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मंडल और जनपद सेवा प्रदाताओं के सम्मान समारोह में कहीं। उन्होंने नई जनसंख्या नीति बनाने के लिए चिकित्सकों से सुझाव देने को कहा है।
परिवार नियोजन एक महत्वपूर्ण मुद्दा
जय प्रताप सिंह ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में परिवार नियोजन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। परिवार नियोजन में शत प्रतिशत सफलता पाने के लिए महिलाओं में फैसले लेने की क्षमता विकसित करनी होगी। जनसंख्या के अनुसार ही विकास योजनाएं बनाई जाती हैं, पर लेकिन जिस तेजी से जनसंख्या वृद्धि हो रही है, उसके मुकाबले संसाधन विकसित नहीं हो रहे हैं। हालांकि कुल प्रजनन दर (टीएफआर) में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि आजादी के समय देश की जनसंख्या 37 करोड़ थी। 1950 से परिवार नियोजन कार्यक्रम शुरू हुआ, पर इसके बाद सिर्फ कार्यक्रम ही आयोजित होते रहे।
विषय को गंभीरता से लिया गया है
राज्यमंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अतुल गर्ग ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में इस विषय को गंभीरता से लिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक विजय विश्वास पंत ने कहा कि हेल्थ पार्टनर्स की वजह से हमें लगातार सफलता मिल रही है। कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव वी हेकाली झिमोमी, महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ. बद्री विशाल, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. रुकुमकेश, यूपीटीएसयू के ईडी डॉ. वसंत कुमार मौजूद रहे।