Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में बीते 29 जनवरी मौनी अमावस्या पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस भारी भीड़ ने गंगा स्नान करने आये लोगों की मौनी अमावस्या पर ग्रहण लगा दिया. जी हां, इस भीड़ के चलते कई लोगों की जान चली गयी, तो कई गंभीर रूप से घायल भी हो गये, हादसे पर काबू पाने के लिए शासन-प्रशासन ने आनन-फानन में एंबुलेंस की मदद से सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया. वहीं इस भगदड़ मामले को गंभीरता से लेते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग से मामले की जांच करवाने का आदेश देने के साथ पुलिस इन्क्वायरी की भी बात कही है.
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका
प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ ने इस कदर शोर मचाया कि, इस हादसे की चीख-पुकार सीधा सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंची है. जहां सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने फौरन जनहित याचिका दाखिल कर दिया. दाखिल की गई याचिका में भगदड़ हादसे की स्टेटस रिपोर्ट के साथ-साथ उन जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है जिन्हें मेले की सुरक्षा-व्यवस्था बनाएं रखने का जिम्मा सौंपा गया था. इस प्रकार की लापरवाही के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इतना ही नहीं याचिका में ये भी कहा गया है कि, ऐसे धार्मिक आयोजनों के लिए ठोस व्यवस्थाएं बनाई जाएं, ताकि इस प्रकार की दुखद घटनाएं अब ना घटित हो सकें.
मृतक परिजनों को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान
प्रयागराज में लगे महाकुंभ का आज 18वां दिन है. मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. इस घटना में 90 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोगों का इलाज चल रहा है. घायलों में 24 लोगों की हालत में सुधार देखने को मिला जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. बताया जा रहा है कि, मरने वालों में यूपी के 19 श्रद्धालु शामिल हैं. 4 कर्नाटक के जबकि गुजरात और असम के एक-एक श्रद्धालुओं की मौत हुई है. हालांकि, 5 शवों की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है. बता दें कि भगदड़ हादसे में मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है.
इन गाड़ियों को शहर में जाने की मिली इजाजत
जानकारी के मुताबिक, 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर अमृत स्नान होगा. इसके लिए यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज का दौरा करेंगे. पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. सभी वीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं. हालांकि, 4 फरवरी तक श्रद्धालुओं को पैदल ही संगम तक जाना होगा. प्रयागराज शहर में भी चार पहिया गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. केवल बाइक, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को ही शहर में जाने की इजाजत दी गई है.