दिल्ली की हवा से परेशान श्रीलंकाई खिलाड़ी, मास्क लगाकर मैदान पर उतरे क्रिकेटर
दिल्ली में बढ़े स्मॉग के कारण यहां टेस्ट मैच खेलने आई श्री लंकाई टीम मुश्किल में दिखी। दूसरे दिन के दूसरे सत्र में लंच के बाद जब श्री लंकाई टीम जब मैदान पर उतरी तो उसके खिलाड़ी मैदान पर मास्क लगाकर उतरे। मास्क पहने खिलाड़ियों को देखकर लगा कि वह मैच में दोहरा शतक जड़ चुके विराट कोहली की पिटाई से ज्यादा दिल्ली के पॉल्यूशन से घबराई हुई थी। मेहमान टीम के खिलाड़ी बार-बार सांस लेने में तकलीफ की शिकायत कर रहे थे और खेल रोक रहे थे। इससे परेशान होकर टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली ने 536/7 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी।
सपोर्ट स्टॉफ भी मास्क लगाए दिखे
इस दौरान श्री लंकाई टीम के सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर बैठा टीम का सपोर्ट स्टाफ भी मास्क लगाए हुए दिखा। ऐसा लग रहा था कि मानों लंच के बाद श्री लंकाई टीम ने बड़े टारगेट की ओर बढ़ रहे भारत के खिलाफ यह कोई रणनीति तैयार की हो। लंकाई खिलाड़ी बार-बार खेल रोक कर अंपायरों से स्थिति खेल के अनुकूल न होने की बात कह रहे थे।
Also Read : भारत vs श्रीलंका टेस्ट में, दुसरे दिन में भारत ने बनाये 500 रन
गेंदबाजो को सांस लेने में हो रही थी दिक्कत
अगर पॉल्यूशन के कारण खेल रुकता, तो यह क्रिकेट इतिहास में संभवत: पहली बार होता, जब खराब हवा के कारण किसी मैच को रोका जाता। चंडीमल ने अंपायर्स को बताया कि उनके तेज गेंदबाजों को इस माहौल में खेलने के कारण सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसके चलते खेल को आगे बढ़ाना संभव नहीं है। दिनेश चंडीमल ऐसे हालात में खेल आगे बढ़ाने को बिल्कुल तैयार नहीं थे।
20 मिनट तक बाधित रहा खेल
इसके कारण खेल करीब 20 मिनट रुका रहा। यह संभवत: टेस्ट क्रिकेट में ऐसा पहली बार होता जब हवा प्रदूषित होने के कारण मैच को रोका जाता। इस बीच मैच रेफरी डेविड बून ने खिलाड़ियों की शिकायत के बाद डॉक्टरों की राय ली और जब डॉक्टर्स ने बताया कि हालात इतने बुरे नहीं हैं कि खेल आगे न बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद मैच को एक बार फिर शुरू किया गया। लेकिन प्रत्येक कुछ देर के बाद श्री लंका के खिलाड़ी सांस लेने में तकलीफ लेने की बात कहकर बार-बार खेल को रोकती रही।
खतरनाक हो रहा है दिल्ली का वातावरण
वैसे बता दें कि वेबसाइट www.aqicn.org के मुताबिक दिल्ली में फिरोजशाह कोटला मैदान के पास आईटीओ में हवा में पॉल्यूशन का स्तर देखें, तो यहां हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंचा हुआ है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा 206, वहीं पीएम 10 की मात्रा 96 है, जो बेहद खतरनाक स्तर पर मानी जाती है।
साभार- नवभारत टाइम्स