जीत कर भी हार गईं सपा की पार्षद प्रत्याशी श्वेता पांडेय !
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती ने यूं ही निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद ईवीएम पर सवाल नहीं खड़ा किया है। ईवीएम से निकले परिणाम पर बनारस में भी एक बड़ा बखेड़ा सामने आया है। बनारस से समाजवादी पार्टी की पार्षद प्रत्याशी श्वेता पांडेय ने पूरी व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा कर दिया है।
राज्य निर्वाचन आयोग से कर चुकी हैं शिकायत
श्वेता रविवार को मीडिया से मुखातिब हुईं और 48 घंटे पहले निकाय चुनाव की हुई मतगणना पर सवाल खड़ा करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस बाबत राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी को भी पत्र भेजा है। श्वेता कहना है कि वह सोमवार को जिलाधिकारी वाराणसी से मिल कर उनसे पूरे फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करेंगी।
विजयी घोषित होने के बाद हार गई पार्षद प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी की वार्ड नबर 27 की पार्षद प्रत्याशी श्वेता पांडेय ने बताया कि शुक्रवार को हुई मतगणना के दौरान वह मतगणना स्थल पर थीं। कहा कि मतगणना पूरी होने के बाद मतगणना अधिकारियों ने मुझे घोषित कर दिया। वह सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। उन्होंने कहा कि विजेता घोषित करने के बाद मुझे मतगणना स्थल से बाहर निकाल दिया गया। और थोड़ी देर के बाद मतगणना स्थल से बीजेपी प्रत्याशी को विजेता घोषित कर दिया गया। यह सुनते ही मैने मतगणना स्थल पर जाने की कोशिश की लेकिन मुझे अंदर नहीं जाने दिया गया। मैने बहुत कोशिश की पर जिलाधिकारी से भी नहीं मिलने दिया गया।
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ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप
उन्होंने बताया कि यह सब ईवीएम में छेड़छाड़ करके किया गया है। इसी पूरी जांच होनी चाहिए। मैने इसके लिए राज्य निर्वाचन आयुक्त से शिकायत कर दी है। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी को भी पत्र दिया है। कहा कि अगर निर्वाचन आयोग या जिला निर्वाचन अधिकारी के स्तर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की जाती है तो इस मुद्दे पर मैं न्यायालय का दरवाजा खटखटाउंगी।
राज्यपाल से गुहार लगाएंगी श्वेता पांडेय
उन्होंने कहा कि यह कैसे संभव है कि पहले हमें पार्षद प्रत्याशी पर जीता हुआ घोषित करने की सूचना दी गई। बाद में लोगो ने बताया की आप हारी प्रत्याशी है जब की पेपरों से लेकर माइक पर यह अनाउंस किया गया। श्वेता पांडेय ने कहा कि मैं इस मसले पर जल्द ही राज्यपाल और निर्वाचन आयुक्त से व्यक्तिगत स्तर पर मिल कर पूरे मामले की जानकारी दूंगी साथ ही इस प्रकरण की जांच कराने की मांग करूंगी। उस पर भी बात नहीं बनी तो हम लोग बड़ा आंदोलन करेंगे।
साभार- पत्रिका