प्रसपा ने दिए अखिलेश के साथ गठबंधन के संकेत, उपचुनाव लड़ने से इंकार
देश और प्रदेश में भाजपा के बढ़ रही पहुँच से कई राजनैतिक दल घबरा गए हैं। यही कारण है कि वे अब आपसी मनमुटाव भुलाकर साथ आने की तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी उपचुनावों में एक साथ आ सकते हैं। ऐसे संकेत खुद शिवपाल के करीबी और प्रसपा के कानपुर प्रभारी रघुराज शाक्य ने मीडिया से बातचीत में कही जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
उपचुनाव नहीं लड़ेगी प्रसपा :
यूपी की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नहीं लड़ेगी। दरअसल पार्टी इस समय 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर संगठन को धार दे रही है। मीडिया से बातचीत में पूर्व सांसद रघुराज शाक्य ने कहा कि प्रदेश कार्यकारणी की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की अध्यक्षता में होने जा रही हैं। इस बैठक में जिलों में खाली पड़े पदों को भरे जाने को लेकर मंथन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेक्युलर और समाजवादी विचारधारा रखने वाले दलों के साथ प्रसपा गठबंधन करेगी और भाजपा को हराने का काम करेगी।
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सपा से गठबंधन पर बोले :
समाजवादी पार्टी से गठबंधन पर रघुराज शाक्य खुलकर तो कुछ नहीं बोले लेकिन उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हमारे पास सारे विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा कि प्रसपा हर उस दल के साथ गठबंधन करेगी जो भाजपा को हराएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हमारे साथ गठबंधन के लिए हाथ आगे बढ़ाएंगे तो प्रसपा पीछे नहीं रहेगी।
साथ ही रघुराज शाक्य ने स्थिति साफ़ करते हुए कहा कि प्रसपा का सपा में विलय नहीं होगा। शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में पार्टी बहुत तेजी से आगे बड़ रही है। अकेले शिवपाल फैन्स एसोसिएशन के एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता हो चुके हैं। 2022 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करके हमारी सरकार बनेगी।