संभल में 46 साल बाद खुला शिव- हनुमान मंदिर, जानें क्यों लगा था ताला ?
हिंसा से सुर्खियों में बने हुए संभल को लेकर आज बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसमें 46 वर्षों से बंद हनुमान और शिव मंदिर को आज खोल दिया गया है. इस मंदिर का ताला खुद पुलिसकर्मियों ने खोला है, साथ ही साफ – सफाई भी की है. यह मंदिर संभल के दीपा सराय में स्थित है और करीब तीन दशकों से बंद पड़ा था. वहीं इसको लेकर संभल के सीओ अनुज कुमार चौधरी ने कहा है कि, ”हमें जानकारी मिली थी कि, यहां पर एक मंदिर पर अतिक्रमण होने वाला है, इसके बाद जब पुलिस की टीम जांच के लिए पहुंची और मंदिर का जायजा लिया गया तो, यहां पर एक मंदिर मिला. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मंदिर को खोल दिया है और साफ सफाई भी की गयी है.”
जहां एक तरफ 46 साल बाद मंदिर का ताला खुलने की खुशी है, लोगों ने ताला खुलते ही जय श्री राम और जय हनुमान के जयकारे लगाए हैं. वहीं इसके साथ ही बड़ा सवाल यह भी है कि, आखिर हमारे भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश जहां के सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं एक योगी हैं, ऐसे में इस मंदिर पर ताला क्यों था, इसकी वजह क्या रही होगी और कब यह ताला लगाया गया होगा ? आइए जानते हैं…
1978 में लगाया गया था मंदिर पर ताला
बताया जाता है कि, इस मंदिर पर सन 1978 में हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद ताला डाल दिया गया था और इसके मालिक व उनके परिवार के सभी सदस्य यहां से पलायन कर गए थे. जिसके बाद यह मंदिर बंद पड़ा था. बताते हैं कि, मुस्लिम आबादी अधिक होने की वजह से लोग दशहत में रहते थे, जिसकी वजह से न लोग और न ही पुजारी यहां पर टिक पाते थे. यही वजह रही कि, मजबूरन इस मंदिर में ताला डालकर इलाके से पलायन करना पड़ा था. साथ बताते हैं कि, यहां एक पेड़ और कुंआ भी हुआ करता था. जिसे मिट्टी से बंद कर दिया गया औऱ पेड़ को काट दिया गया.
मंदिर का कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, आज बिजली चेकिंग के दौरान प्रशासन की नजर इस मंदिर पर गयी तो , देखा कि, यहां पर भगवान शिव और बजरंग बलि की प्रतिमा स्थापित है. जिसके बाद प्रशासन ने इस मंदिर की पड़ताल की और इसके बाद मंदर के पुजारी को बुलाया गया. जिसके बाद मंदिर के कपाट को खोल दिया गया और इसकी सफाई भी की गयी. साथ एडिशनल SP श्रीश चंद्र ने कहा, “जांच के दौरान पता चला कि कुछ लोगों ने मंदिर पर मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया था…मंदिर को साफ कर दिया गया है और मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी…मंदिर में भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियां हैं…इस इलाके में हिंदू परिवार रहते थे और कुछ कारणों से उन्होंने यह इलाका छोड़ दिया…मंदिर के पास एक प्राचीन कुएं के बारे में भी जानकारी मिली है…”
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पुजारी की भतीजी ने लगाया था मंदिर पर ताला
नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने जानकारी देते हुए बताया है कि, “हम खग्गू सराय इलाके में रहते थे…हमारे पास पास में ही (खग्गू सराय इलाके में) एक घर है…1978 के बाद हमने घर बेच दिया और जगह खाली कर दी. यह भगवान शिव का मंदिर है…हमने यह इलाका छोड़ दिया और हम इस मंदिर की देखभाल नहीं कर पाए. इस जगह पर कोई पुजारी नहीं रहता…15-20 परिवार इस इलाके को छोड़ कर चले गए…हमने मंदिर को बंद कर दिया था क्योंकि पुजारी यहां नहीं रह पाते थे. किसी पुजारी ने यहां रहने की हिम्मत नहीं की…मंदिर 1978 से बंद था और आज इसे खोल दिया गया है…”