‘अगर सच कहना बगावत है तो मैं भी बागी हूँ : शत्रुघ्न सिन्हा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को राजनीति का अलग ही रंग नजर आया। यूपी की राजनीति का मिजाज बदला नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया सियासी घटनाक्रम देखने को मिला जब सपा के मंच पर भाजपा के बागी नेता नजर आए।
दरअसल, जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा गुरुवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान शत्रुघ्न सिन्हा सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जमकर तारीफ करते नजर आए।
बताया लोकतंत्र में खतरा…
शत्रुघ्न सिन्हा ने अखिलेश यादव को उभरता हुआ सितारा बताया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बहुत ही चर्चित नेता है। आज जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर सपा ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा के सपा के मंच पर खड़े होने से बगावती तेवर पुन: सामने आ गये हैं।
मंच पर आते ही शत्रु ने गीत गुनगुनाने के बाद बोला खामोश…
मंच पर शत्रुघ्न सिन्हा ने अखिलेश की तारीफों के पुल बांधे। कहा कि अखिलेश यूपी की राजनीति में सबसे फेमस नाम हैं। अखिलेश यादव के साथ मंच साझा भी किया। जब मंच पर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू की तो उससे शांत कराने के लिए उन्होंने अपनी स्टाइल अपनाते हुए कहा खामोश..जैसे ही खामोश बोला पूरा मंच ठहाकों और तालियों से गूंज उठा।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि युवाओं को कहता हूँ कि अगर ठान ले तो नामुमकिन को मुमकिन कर सकते हैं…आज यशवंत जी के साथ देश भर में लोगों को जगाने का काम कर रहा हूँ।‘अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूँ। व्यक्ति से बड़ी पार्टी हैं और पार्टी से बड़ा देश है। मैं सच कहता हूँ, इसलिए बुरा लगता है, उनकोनोटबंदी का फैसला पार्टी का फैसला नहीं था। सत्ता सेवा का माध्यम है मेवा पाने का माध्यम नहीं है। लाल बहादुर शास्त्री ने कभी ये नहीं कहा कि मैं गरीब हूँ।’
कार्यक्रम में मौजूद भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज देश में प्रजातांत्रिक मान्यतायें खतरे में हैं। अगर हम चेते नहीं तो देश का बहुत नुकसान होने वाला है। आज कल दमन का चक्र चल रहा है। आज बार सबको एकजुट होना पड़ेगा और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। मैं और शत्रुघ्न सिन्हा देश में घूम-घूम कर प्रजातांत्रिक मान्यताओं के लिए काम कर रहे हैं।
पत्रकार राघव बहल के घर और दफ्तर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है क्योंकि वो सरकार के सामने नहीं झुके। आज मैं, शत्रुघ्न सिन्हा, अखिलेश यादव जो बोल रहे हैं वो केवल उनके सामने बैठे लोग सुन रहे हैं, मीडिया को हमारा बहिष्कार करने के लिए ऊपर से कहा गया है।
आज एक बार फिर से दुर्योधन और दु:शासन से लड़ने का वक्त आ गया है।अखिलेश से कहूंगा कि मिलकर लड़ेंगे तो 1977 की तरह हमारी जीत होगी। अखिलेश यादव दमदार नेता हैं जो सबसे लोहा लेता है। यशवंत सिन्हा ने विदेश मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि विदेश मंत्री के पास कोई काम नहीं…इसलिये ट्वीट करती हैं केवल।
मैंने चंद्रशेखर जी के साथ काम किया। मुलायम सिंह जी के साथ काम किया। जेपी को करीब से जाना, लेकिन आज के छुटभैये नेता अपने को तीसमार खाँ समझते हैं।
शत्रुघ्न और यशवंत सिन्हा ने लोकतंत्र को खतरे में बताया। आपको बता दें कि भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा हमेशा से अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोलकर सुर्खियों बटोरते आये हैं। कभी भाजपा को लेकर तो कभी मोदी सरकार के खिलाफ बोलकर। अब सपा के साथ मंच साझा करके उन्होंने इसकी पुष्टि कर दी है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)