SC ने SBI को बॉन्ड नंबरों का खुलासा नहीं करने पर थमाया नोटिस…
SBI ने चुनावी बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों के नाम चुनाव आयोग को सौंपा
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद भारतीय स्टेट बैंक ( SBI ) ने चुनावी बॉन्ड ( ELECTRORAL BOND ) खरीदने वाली कंपनियों और उसे भुनाने वाले का नाम और पैसे की जानकारी चुनाव आयोग ( ELECTION COMMISSION ) को कल सौंप दी है. साथ ही आज सुनवाई करते हुए SC ने SBI को पूर्व के फैसले को पूरी तरह से न मानने पर नोटिस जारी कर दिया है. बता दें कि बैंक के द्वारा बांड के न. न जारी करने के लिए नोटिस थमाया है.
18 मार्च को अगली सुनवाई-
गौरतलब है कि SC के न्यायधीश चंद्रचूड़ की पीठ अब इस मामले में 18 मार्च को सुनवाई करेगी और बेंच ने कहा कि SBI के द्वारा दिया हुआ डेटा अधूरा है. बैंक के द्वारा बांड के न. नहीं दिए गया है.
कोर्ट का आदेश-
सुनवाई के दौरान कोर्ट की बेंच ने कहा कि संवैधानिक पीठ के फैसले में साफ़ कहा गया था कि चुनावी बांड का पूरा ब्यौरा,खरीद की तारीख, खरीददार का नाम, खरीददार का नाम सभी को देने के लिए कहा था लेकिन बैंक ने केवल बांड सूची दी दी है.
इसने ख़रीदे सबसे ज्यादा बांड-
गौरतलब है कि SBI के द्वारा दिए गए चुनाव आयोग के डेटा से पता चला है कि अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 तक देश में कुल 22, 271 बॉन्ड खरीदे गए थे. इस सूची में यह साफ़ हो गया है कि किसने-किसको चंदा दिया लेकिन अभी भी यह पता नहीं चल रहा है. दोनों लिस्ट में बॉन्ड खरीदने वालों और इन्हें भुनाने वालों के तो नाम हैं लेकिन यह पता नहीं चल रहा है कि पैसा किस राजनीतिक पार्टी को दिया.
इन कंपनी ने ख़रीदे सबसे ज्यादा बांड-
SBI के द्वारा ख़रीदे गए सबसे ज्यादा बांड की बात करें तो कोयंबटूर स्थित एक प्रमुख लॉटरी वितरक ‘ फ्यूचर गेमिंग ‘ ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक दलों को 1,368 करोड़ रुपये का दान देकर सबसे बड़े दानवीर के रूप में उभरा है.
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड के कुल मूल्य का आधा हिस्सा 23 कंपनियों का है. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड शीर्ष खरीदार के रूप में उभर कर सामने आया है.
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90 के दशक में हुई थी स्थापना
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट के नाम से पंजीकृत कंपनी की स्थापना 1991 में हुई थी. इसकी स्थापना सैंटियागो मार्टिन ने की थी, जिन्हें भारत के ‘लॉटरी किंग’ के रूप में जाना जाता है.