प्राण प्रतिष्ठा के वक्त बुजर्ग की बचायी जान
Ayodhya : समय पर चिकित्सा उपलब्ध कराकर अयोध्या में तैनात एक अत्याधुनिक मोबाइल अस्पताल, प्रोजेक्ट आरोग्य मैत्री के भीष्म क्यूब ने 65 वर्षीय रामकृष्ण श्रीवास्तव के जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान बुजुर्ग को दिल का दौरा पड़ा और अचानक वह बेहोश हो गये.
भीष्म क्यूब से IAF की रैपिड रिस्पांस टीम ने घटना के एक मिनट के भीतर बुजुर्ग को सुरक्षित निकाल लिया, जिससे उन्हें लाभ मिला.
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पहला घंटा आपातकालीन उपचार के लिए महत्वपूर्ण
प्रारंभिक जांच में राम कृष्ण श्रीवास्तव को खतरनाक रूप से उच्च रक्तचाप पाया गया, जो 210/170 mmHg दर्ज किया गया. टीम ने उसका सही निदान किया और उचित प्रोटोकॉल के अनुसार उसका इलाज किया. इस त्वरित उपचार से उनकी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ. भीष्म क्यूब की उन्नत सुविधाओं और कुशल चिकित्सा कर्मियों ने यह सुनिश्चित किया कि श्री श्रीवास्तव को मौके पर ही अस्पताल में गुणवत्ता वाली देखभाल मिले, जिससे गोल्डन ऑवर के दौरान उनकी स्थिति प्रभावी ढंग से स्थिर हो सके. इस प्रारंभिक उपचार ने आगे की निगरानी और विशेष प्रबंधन के लिए वृद्ध को सिविल अस्पताल में सुरक्षित स्थानांतरित करने में मदद की.
मोबाइल अस्पाताल दक्षता पर देता है जोर
इस उपचार की सफलता आपातकालीन स्थितियों में तत्काल, उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में भीष्म क्यूब जैसी मोबाइल अस्पताल इकाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका है. खासकर उन परिदृश्यों में जहां समय सबसे महत्वपूर्ण है. प्रोजेक्ट आरोग्य मैत्री ऐसी गंभीर स्थितियों को प्रभावी ढंग से संभालने में मोबाइल अस्पताल की दक्षता और क्षमता पर जोर देता है