संतान सप्तमी व्रत आज, जाने शुभ मुहू्र्त, पूजन विधि …
आज देशभऱ के सभी सनातनी परिवारों में संतान सप्तमी का व्रत रखा जा रहा है, यह व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन सभी विवाहित महिलाएं अपने बच्चों की सुरक्षा और भलाई के लिए इस व्रत को रखती है. इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. यह व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हर साल रखा जाता है. इस बार यह व्रत आज यानी 10 सितंबर को रखा जा रहा है, ऐसे में आइए जानेते है इस व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और साथ ही इस में कही जाने वाली कथा…
शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार 9 सितंबर को भाद्रपद की सप्तमी तिथि रात 9 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगी. वहीं 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर इसका समापन होगा. उदया तिथि पड़ने की वजह से संतान सप्तमी का व्रत 10 सितंबर 2024 मंगलवार को रखा जा रहा है.
पूजन विधि
व्रत वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में जगकर स्नान आदि कर ले, इसके बाद में भगवान शिव और माता पार्वती के समक्ष व्रत और पूजन का संकल्प ले और एक वेदी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उसपर शिव परिवार को स्थापित करें. वही एक कलश में जल भऱकर रखे और उसपर नारियल व आम के पत्ते लगाएं. वही देशी घी की दीपक जलाए और फूल, अक्षत, पान, सुपारी आदि अर्पित करें. इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती को वस्त्र चढाएं और भोग के लिए पूरी और खीर बनाएं. व्रती संतान सप्तमी व्रतकथा का पाठ करके पूजा को आरती से समाप्त करें. अगले दिन प्रसाद से व्रत का पारण करें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे.
व्रत में क्या खाएं ?
संतान सप्तमी पर उपवास करने पर फल (केला, सेब, संतरा, अंगूर आदि) खा सकते हैं.
बादाम, किशमिश, काजू, आदि भोजन के दौरान खा सकते हैं.
आप भाप में पकी हुई या उबली हुई हरी सब्जियां खा सकते हैं.
चीनी के बिना दूध और दही खा सकते हैं.
कुट्टू के आटे से बनाई गई पूड़ी खा सकते हैं.
आप दूध की खीर और साबूदाना बनाकर खा सकते हैं.
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ऐसे होगा व्रत सफल
व्रत करते समय मन को शुद्ध रखें और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें ताकि आपको कमजोरी महसूस न हो, दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें. सकारात्मक सोच रखें और अपने बच्चे की खुशहाली की कामना करें. व्रत के दौरान धार्मिक साहित्य पढ़ें, यदि आप इन नियमों का पालन करेंगे तो आपकी आवश्यकताएं पूरी हो जाएंगी और माता पार्वती और भगवान शिव से आपकी संतान को सुखी जीवन का आशीर्वाद मिलेगा.