संजीव खन्ना बने देश के नए CJI, जानें अबतक किन बड़े मामलों पर सुना चुके है फैसला?
सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के सेवानिवृत्त होने के पश्चात नए सीजेआई के तौर पर जस्टिस संजीव खन्ना को चुना गया है, वही आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस संजीव खन्ना को भारत के 51वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ दिलाई है. शपथ ग्रहण का कार्यक्रम दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आज सुबह 10 बजे से आयोजित किया गया था. जिस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने उन्हें शपथ दिला है.ऐसे में आइए जानते है कौन है जस्टिस संजीव खन्ना, अब तक किन मामलों में सुना चुके है फैसला और क्यों मात्र 6 महीने की ली शपथ ?
कौन है संजीव खन्ना ?
जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 1960 में हुआ था और इसके पिता का नाम न्यायमूर्ति देस राज खन्ना दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और माता सरोज खन्ना दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज में हिंदी की लेक्चरर थीं. साथ ही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में प्राप्त की है. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और वर्ष 1983 में वकालत की पढाई पूरी की और इसके बाद उन्होंने वकालत में कदम रखा और दिल्ली उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू कर दी.
इसके बाद साल 1983 में दिल्ली बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में नामांकित हुए, शुरूआत में दिल्ली के तीस हजारी परिसर में जिला न्यायालयों में काम किया, फिर दिल्ली के उच्च न्यायालय और संवैधानिक कानून, प्रत्यक्ष कराधान और मध्यस्थता जैसे विभिन्न क्षेत्रों में न्यायाधिकरणों में काम किया. वह वाणिज्यिक, कंपनी, भूमि, पर्यावरण और चिकित्सा लापरवाही कानूनों पर उनकी काफी तगड़ी पकड़ रहीं.
2005 में दिल्ली हाईकोर्ट में हुए पदोन्नत
इसके बाद साल 2005 में वह दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश बने और 2006 पदोन्नत के बाद स्थायी न्यायाधीश बन गए. वही दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रहते हुए, उन्होंने दिल्ली न्यायिक अकादमी, केंद्र और जिला न्यायालय मध्यस्थता केंद्र और दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता का अध्यक्ष/प्रभारी न्यायाधीश भी किया था. उन्हें 18 जनवरी 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया. वही 17 जून 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की कानूनी सेवा समिति का अध्यक्ष पद संभाला. वह भोपाल के राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं और राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके है.
क्यों सिर्फ 6 महीने के लिए ले रहे शपथ ?
वही आपको यह बात जानकार हैरानी होगी, जस्टिस संजीव खन्ना मात्र 6 महीनों के लिए सीजेआई पद की शपथ ली है. इसकी वजह है उनका रिटायरमेंट, जी हां, 13 मार्च 2025 को जस्टिस खन्ना रिटायर हो जाएंगे, ऐसे में सीजेआई पद उनका काफी छोटा कार्यकाल रहने वाला है. लेकिन इस छोटे कार्यकाल में भी दिलचस्प यह होगा कि, जस्टिस खन्ना का कार्यकाल , उनकी संभावनाएं और उनके न्यायिक फैसले कैसे रहने वाले है. क्योंकि भारत का इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि, छोटे कार्यकाल के मुख्य न्यायाधीशों ने इतिहास रचा है.
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जस्टिस खन्ना इन बड़े मामलों में सुना चुके है फैसला
साल 2019 से जस्टिस खन्ना सुप्रीम कोर्ट के जज की जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे है, इस पद पर रहते हुए उन्होने देश के कई सारे बड़े मामलों में फैसला सुनाया है. इसमें चुनावी बॉन्ड, अनुच्छेद 320 को निरस्त करना, ईवीएम की पवित्रता को बनाए रखना यानी वीवीपैट सत्यापन, तीन तलाक केस , आरटीआई निर्णयों का मामला और अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत जैसे कई बड़े मामलों में फैसला सुना चुके है.