संघ का शताब्दी समारोहः काशी में तैयारियों का भागवत ने लिया जायजा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय यात्रा के दौरान रविवार को काशी पहुंचे. बनारस में संघ प्रमुख संघ की शाखा लगाने के साथ अब्दुल हमीद को एक समारोह में श्रद्धांजलि भी अर्पित की.
Also Read : ‘ वो लोग हिन्दू नहीं हैं …’ राहुल के बयान से संसद में हंगामा…
संघ के शताब्दी समारोह को लेकर की महत्वपूर्ण बैठक
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कल रात वाराणसी पहुंचे थे. अकासा एयरलाइंस के प्लेन से वह मुंबई से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे. वाराणसी आने के बाद रात करीब 12:00 तक संघ के शताब्दी समारोह को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की. सिगरा स्थित संघ के कार्यालय में संघ के पदाधिकारियों द्वारा उनका स्वागत किया गया. इसके बाद उन्होंने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर वर्ष 2025 में होने वाले शताब्दी वर्ष की तैयारियों की जानकारी ली. वहीं सोमवार को सुबह संघ कार्यालय में लगने वाली शाखा में शामिल हुए. बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना नागपुर में विक्रम संवत 1982 (1925 ई.) को विजयादशमी के दिन की गई थी. आगामी वर्ष संघ स्थापना का शताब्दी वर्ष है.
एकता में ही है हिन्दू समाज की उन्नति
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आज यानि सोमवार की सुबह संघ की शाखा लगाई. ध्वज प्रणाम के बाद नियमानुसार शाखा का शुभारंभ किया गया. तत्पश्चात बौद्धिक सत्र का आयोजन हुआ. इसमें प्रांतीय पदाधिकारी भी शामिल हुए. इस दौरान भागवत ने कहा कि संघ की विचारधारा काफी मजबूत है. इससे हम जीवन जीने के तरीके को सरल बनाते हैं. आगे कहा कि हिन्दू समाज की उन्नति, एकता में ही है. इसे बनाए रखना हमारा लक्ष्य होना चाहिए. उन्होंने छत्रपति शिवाजी और महाराणा प्रताप के जीवन आचरण को अपनाने की अपील की.
वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित पुस्तक का किया विमोचन
मोहन भागवत सोमवार को गाजीपुर पहुंचकर वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके अलावा उनके जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया. वीर अब्दुल हमीद के बड़े बेटे जैनुल हसन ने बताया कि उनके जहन में अपने पिता की स्मृतियों को लेकर तमाम यादें हैं, जिनको उन्होंने पुस्तक की शक्ल में सहेजने की कोशिश की है. आगे बताया कि किताब डॉक्टर रामचंद्रन निवासन ने लिखा है जो बातचीत के आधार पर लिखी गई है. पुस्तक का शीर्षक ‘मेरे पापा परमवीर’ का विमोचन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया. इस किताब का विमोचन वीर अब्दुल हमीद पार्क धामूपुर में किया गया. बता दें कि वीर अब्दुल हमीद ने युद्ध में बिना भय के पाकिस्तान के टैंकों का सामना करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गये थे. उनके बलिदान को आज भी हर भारतीय याद करता है.
इसके बाद संघ प्रमुख हथियाराम मठ जाकर दर्शन किया. यहां से मिर्जापुर के देवरहा हंस बाबा के लिये रवाना हो गये. जानकारी के अनुसार संघ प्रमुख तीन दिवसीय काशी यात्रा के दौरान काशी विश्वनाथ में दर्शन के लिये भी जा सकते हैं.