18-19 महीनों में भारत को मिल जायेगा S-400 एयर डिफेन्स सिस्टम

0

बीते रविवार को रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरीसोव ने जानकारी दी है कि, भारत को एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी तय समय में कर दी जाएगी। बोरीसोव ने ब्रॉडकास्टर रोसिया-1 से कहा कि, भारत की ओर से भुगतान कर दिया गया है। जिसके बाद 18 से 19 महीनों में इसे भारत को सौंप दिया जाएगा। गौरतलब है कि, रूस की रक्षा सहयोग एजेंसी के डिप्टी डायरेक्टर व्लादिमीर द्रोजझोव ने जुलाई में कहा था कि, अगर रूस को 2019 के आखिर तक एडवांस पेमेंट मिल जाती है, तो 2020 तक भारत को पहला मिसाइल डिफेंस सिस्टम सौंप दिया जाएगा।

क्या है S-400 एयर डिफेन्स सिस्टम?:

रूस द्वारा निर्मित एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर देगा। एस-400 डिफेंस सिस्टम एक तरह से मिसाइल शील्ड का काम करेगा, जो पाकिस्तान और चीन की एटमी क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से भारत को सुरक्षा देगा।

यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है। यह सिस्टम अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिरा सकता है। वहीं, 36 परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों को एकसाथ नष्ट कर सकता है। चीन के बाद इस डिफेंस सिस्टम को खरीदने वाला भारत दूसरा देश है।

भारत-रूस की वार्षिक द्विपक्षीय बैठक में हुई थी डील:

ज्ञात हो कि, पिछले साल 5 अक्टूबर को डिफेंस सिस्टम के लिए दिल्ली में भारत-रूस की वार्षिक द्विपक्षीय बैठक में यह डील की गई थी। भारत ने इसके लिए रूस के साथ 5.43 अरब डॉलर ( तकरीबन 38 हजार 933 करोड़ रुपये) के समझौते पर दस्तखत किए थे।

जिसके बाद पिछले महीने विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मिलने मॉस्को पहुंचे थे। उस समय रूस की फेडरल सर्विस की ओर से बयान जारी कर कहा गया था कि, भारत के साथ एस-400 के एडवांस पेमेंट का मुद्दा सुलझा लिया गया है

ये भी पढ़ें: नीतीश सरकार पर भड़की बॉलीवुड अभिनेत्रियां, कहा- ‘मिले कर्मों की सजा’

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More