वाराणसी नगर निगम द्वारा कर वसूली एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
सचिव जलकल ओ0पी0 सिंह के द्वारा बताया गया कि कुल 90 करोड़ रूपए के सापेक्ष 13.70 करोड़ रूपए की वसूली की गयी है.
वाराणसी में वसूली की समीक्षा में जलकल विभाग के द्वारा किये जा रहे बिल वितरण,वसूली की प्रगति की जानकारी ली गयी. जहां सचिव जलकल ओ0पी0 सिंह के द्वारा बताया गया कि कुल 90 करोड़ रूपए के सापेक्ष 13.70 करोड़ रूपए की वसूली की गयी है. वहीं नगर आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि लक्ष्य के सापेक्ष वसूली नही की जा रही है. इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि मुख्य कर निर्धारण प्रतिदिन दो घंटे जलकल विभाग में उपस्थित होकर जलकल द्वारा की जा रही वसूली की समीक्षा करेगें. इसके साथ ही लक्ष्य के सापेक्ष वसूली कराएगे.
नगर आयुक्त के द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि जलकल विभाग के सभी राजस्व निरीक्षक नगर निगम से समन्वय स्थापित करते हुए अधिक से अधिक भवनों पर क्यू0आर0 कोड लगाने का काम किया जाएगा.
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जलकल विभाग के राजस्व निरीक्षकों के द्वारा डायरी नही तैयार की गई है. इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि सभी राजस्व निरीक्षक निर्धारित प्रारूप पर अपनी डायरी शीघ्र तैयार कर लें अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी. साथ ही नगर आयुक्त द्वारा जलकल विभाग में कर वसूली की कार्यवाही पूर्णतया कम्प्यूटराइज्ड कराने के निर्देश दिये गये.
साथ ही नगर आयुक्त द्वारा जलकल विभाग के पेयजल आपूर्ति, पेयजल लीकेज के मरम्मत कार्य, ध्वस्त सीवर चेंबर मरम्मत कार्य, सीवर ओवरफ्लो होने के समस्या के समाधान एवम् काशी इंट्रगेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर में आने वाले दर्ज शिकायतों को तत्काल संज्ञान लेते हुए समाधान कराए जाने के संदर्भ में निर्देशित किए.
समीक्षा बैठक के दौरान अन्य निम्न निर्देश दिए गए
1. समीक्षा बैठक के दौरान काशी इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर में प्राप्त होने वाले जन शिकायतों को अवगत कराए जाने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए समस्या के समाधान कराया जाना सुनिश्चित करें। क्योंकि ऐसी शिकायत प्रतिदिन अधोहस्ताक्षरी के संज्ञान में लाया जाता है कि एक शिकायत 5 से 6 बार दर्ज कराए जाने के बाद भी शिकायतों का निस्तारण नहीं होता है. जिससे अधोहस्ताक्षरी के सीयूजी मोबाइल पर शिकायत की जाती है। जो आपके उदाशीनता के प्रति खेद का विषय है. सभी अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता* को शख्त निर्देश दिए गए की आने वाले जन शिकायतों को तत्काल संज्ञान मे लेते हुए शत प्रतिशत समाधान कराया जाना सुनिश्चित करें.यदि इसके बावजूद भी शिथिलता बरती जाती है तो विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
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2. समीक्षा बैठक के दौरान राजघाट स्थित भदऊं डाट पुल के नीचे वर्षा का पानी ना लगे इस संदर्भ में स्टॉर्म वाटर में डायवर्ट करें एवम् 12 इंच के सीवर लाइन में मिलाया जाए इस हेतु वहीं कब्रिस्तान के किनारे से पूर्व में लाइन लाया भी गया है.
इस संदर्भ में सीवर लाइन में मिलाए जाने हेतु डिजाइन भी कराए जाने के निर्देश दिए गए.
3. समीक्षा बैठक के दौरान पान दरीबा में एक सप्ताह से सीवर का जलमल बह रहा है। इस संदर्भ में अवर अभियंता द्वारा अवगत कराया गया की 12 इंच की सीवर लाईन है। सीवर लाइन क्लियर है लेकिन अंदर की डिसिल्टिंग का कार्य कराया जाना है। जो सोमवार से बकेट मशीन लगाया जाएगा। जिससे समस्या का समाधान हो जाएगा.
4. समीक्षा बैठक के दौरान भेलूपुर स्थित कंदवा में पूर्व से काफी शिकायत थी, कि पेयजल लोगों को नहीं मिल रहा है. कारण पूछे जाने पर ट्यूबवेल की क्षमता प्रेशर कम बताया गया। बार-बार निर्देशों के बावजूद भी समस्या का समाधान न निकलने के कारण से समस्या बनी हुई थी.
समस्या के समाधान हेतु अधिशासी अभियंता अनूप सिंह, भेलूपुर को निर्देश दिए गए की मौके की जांच कर पेयजल छूटे अन्य जनमानस तक सुचारू रूप से पहुंचे. इस हेतु सिंचाई विभाग के एक नलकूप काफी समय से बन्द पड़े हुए थे. जिसे सिंचाई विभाग से बातचीत करते हुए उक्त ट्यूबवेल को जलकल विभाग द्वारा मेंटेनेंस कराते हुए अपने पक्ष में ली गई है. जिससे इस ट्यूबवेल से आम जनमानस को सुचारू रूप से वर्तमान में पेयजल मिल रहे हैं. पूर्व में इस संदर्भ में अवर अभियंता गौरव मिश्रा को कई बार निर्देश दिए गए थे. परंतु अपने कार्यों के प्रति रुचि न लेने, शिथिल कार्य प्रणाली की वजह से समस्या का समाधान न होने वार्ड में बराबर पेयजल, लीकेज, सीवर की समस्या की शिकायतें अधोहस्ताक्षरी के सीयूजी पर प्राप्त होते रहते हैं. ऐसे में अवर अभियंता गौरव मिश्रा को सख्त निर्देश दिए गए कि अपने कार्य प्रणाली में सुधार लाएं अन्यथा की स्थिति में विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
5. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान सिंधुरिया नगर कॉलोनी लहरतारा कई दिनों से सीवर का गंदा पानी ओवरफ्लो होने के संदर्भ में शिकायत की गई है. इस संदर्भ में अवगत कराया गया कि सिंदुरिया नगर नाला जाम होने के कारण सीवर भी जाम रहता है. जिसमें लोगों द्वारा सीवर लाइन भी कनेक्ट है. नाला सिंधुरिया पोखरी में जाकर मिलता है. वर्तमान में पानी से पोखरी भरा हुआ है. इस संदर्भ में यह निर्देश दिए गए कि सहायक अभियंता नगर निगम कपीश बदौलिय एवम् अवर अभियन्ता जलकल दीपक सिंह आपस में समन्वय स्थापित करते हुए उक्त समस्या का समाधान कराएं.
6. समीक्षा बैठक के दौरान चेंबर मरम्मत एवम् न्यू ढक्कन लगाए जाने के संदर्भ में असलम फ्रिज N. 12/210 बजरडीहा पुलिस चौकी के पास की शिकायत अधोहस्ताक्षरी तक की गई है.
गौरव मिश्रा, अवर अभियन्ता के शिथिल कार्य प्रणाली के कारण है. इस संदर्भ में निर्देश दिए गए कि अपने क्षेत्र में होने वाले ध्वस्त सीवर चेंबर, सीवर ओवरफ्लो, लीकेज आदि का संज्ञान लेते हुए समस्या का त्वरित समाधान कराएं.
7. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान यह भी अवगत कराया गया कि शहर की सीवर लाइन अधिकांशतः जाम होने का कारण यह भी है कि संकट मोचन मंदिर के पास मिष्ठान भंडार एवम् शहर के होटल, रेस्टुरेंट, द्वारा अपने वेस्ट तेल, घी खाद्य पदार्थ को भी सीवर लाइन में बहा दिया जाता है.
इस संदर्भ में यह निर्देश दिए गए कि ऐसे लोगो को चिन्हित करते हुए नोटिस, जुर्माने, चालान की कार्यवाही अमल में लाई जाए.
8. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान ट्रांस वरुणा क्षेत्र में ऐसे नाला जो सीवर में बदल गए हैं. उन्हें सीवर के लिस्ट में शामिल करते हुए सफाई कार्य देखे जाने के निर्देश दिए गए.
9. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान ट्रांस वरुणा क्षेत्र के नगर निगम द्वारा अकथा बेला मार्ग में रोड निर्माण के दौरान जलकल के सभी सीवर लाइन के चेंबर को रोड निर्माण के दौरान बंद कर दिया गया है. कांट्रेक्टर को मना किए जाने के बाद भी नगर निगम के कांट्रेक्टर द्वारा चेंबर को ढक दिया गया है. जिससे सीवर जाम होने के दौरान चेंबर को ढूंढना मुश्किल हो जाता हैं. सफाई कार्य में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
10. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान श्री अभिषेक सिंह अवर अभियन्ता जलकल, सम्बद्ध सचिव, जलकल कार्यालय को भेलूपुर अनूप सिंह, अधिशासी अभियन्ता के साथ सम्बद्ध किए जाने के निर्देश दिए गए.
11. इसी क्रम में समीक्षा बैठक के दौरान एक सीवर लाइन से दूसरे सीवर लाइन की सफाई कार्य हेतु बकेट मशीन चलाए जाने के कार्य कांट्रेक्टर के द्वारा किया जाता है. जो समय पर आवश्यकतानुसार कार्य के गम्भीरता को देखते हुए बकेट मशीन को सरलता से चलाए जाने हेतु डूडा के माध्यम से ड्राइवर कॉन्ट्रैक्ट पर आपूर्ति की कार्यवाही किए जाने के प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए गए. बैठक के दौरान विजय नारायण मौर्य, महाप्रबंधक जलकल, ओ.पी. सचिव जलकल, अनूप सिंह, अधिशासी अभियन्ता जलकल, सहायक अभियंता जलकल एवम् अवर अभियंता जलकल उपस्थित रहे.