तेजी के साथ बढ़ रही देश की जीडीपी, RBI के डिप्टी गर्वनर का दावा- 2031 तक भारत बन सकता है दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत की जीडीपी पूरी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है. इसे देखते हुए दावा किया जा रहा है कि भारत 2048 में नहीं, बल्कि 2031 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.
डिप्टी गवर्नर ने क्या कहा?
लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में अपने संबोधन में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देवब्रत पात्रा ने कहा कि ऐतिहासिक तौर पर देखा जाए तो भारत में निवेश घरेलू बचत से होता है. 2021-23 की अवधि के दौरान सकल घरेलू बचत दर सकल राष्ट्रीय खर्च योग्य आय का औसत 30.7 प्रतिशत रही है. अन्य देशों की तरह भारत निवेश या वृद्धि के लिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं है.
भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार
पात्रा ने आगे कहा कि बैलेंस ऑफ पेमेंट के तहत आने वाले करेंट अकाउंट गैप में 2023-24 में जीडीपी का 1 प्रतिशत रह सकता है. यह भारतीय अर्थव्यवस्था के बाहरी खतरों का सामना करने में मदद करता है. भारत का सकल विदेशी कर्ज जीडीपी का 20 प्रतिशत बना हुआ है, जिसके लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार मौजूद है.
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आगे उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिरता और महंगाई 4 प्रतिशत के आसपास आने के कारण भारत विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है. महंगाई का कम होना दिखाता है कि मौद्रिक नीतियों में लिए गए फैसलों का असर हुआ है.
डिप्टी गवर्नर ने आगे कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण डेमोग्राफिक डिविडेंड का होना है. आज के समय में दुनिया में हर छठा वर्किंग आयु का व्यक्ति भारतीय है. आने वाले तीन दशकों तक यह स्थिति रहेगी. हमें इस अवसर को जरूर भुनाना चाहिए.