डॉक्टर का रेप और हत्या से देशभर में आक्रोश, देशभर के अस्पतालों में वैकल्पिक सेवाएं हुई बंद
पश्चिम बंगाल के उत्तर कोलकाता स्थित आरजी कर सरकार अस्पताल में बीते 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का सेमीनॉर हॉल से क्षत विक्षत शव मिलने के बाद से बवाल खड़ा हो गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ ने सिर्फ बलात्कार किया गया है, बल्कि जघन्यता की सारी हदें भी पार की गयी है. ऐसे में इस मामले को लेकर देशभर के चिकित्साकर्मियों में आक्रोश मच गया है.
इस घटना के विरोध में देशभर के रेजिड़ेंट डॉक्टर देशव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं. रेजिडेंट डॉक्टरों के देशव्यापी संगठन फेडरेशन ऑफ आल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने देश के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) से आंदोलन की घोषणा की है. इसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के केजीएमयू अस्पताल में भी डॉक्टरों ने बैनर-पोस्टर लगाए हैं. बता दें कि, दिल्ली सहित देश भर के सभी सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों ही ओपीडी, सर्जरी और लैब की देखभाल करते हैं. यही कारण है कि इन डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. एक दिन पहले देश की राजधानी में एम्स अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया था.
दिल्ली समेत इन देश के इन अस्पतालों में बंद हैं सेवाएं
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वरिष्ठ डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. ऐसे में OPD में रेजिडेंट डॉक्टर अपनी सेवाएं नहीं देंगे. हालांकि, इस हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी. डॉक्टरों ने सीबीआई से पूरे मामले की जांच की मांग की है. कहा है कि देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
इसके अलावा देश के कई सारे अस्पताल है, जिनमें मेडिकल सेवाएं बंद रहने वाली है. इसमें लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, कलावती बाल चिकित्सालय, सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से संबंधित लोकनायक अस्पताल, जीबी पंत, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल समेत कई सारे सरकारी अस्पतालों में आज ओपीडी सेवाएं बाधित है. इसके अलावा इलेक्टिव सर्जरी और लैब में काम बंद रहेगा.
आरजी के प्रिंसिपल संदीप घोष ने दिया इस्तीफा
वहीं इस रेप हादसे के बाद में जिस कॉलेज में इस हादसे को अंजाम दिया गया यानी आरजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपना इस्तीफा दे दिया है. आपको बता दें कि, इस घटना के बाद प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित रेजिडेंट डॉक्टर लगातार प्रिंसिपल संदीप घोष के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. इसके बाद आज संदीप घोष ने अपना इस्तीफा दे दिया है.
सीबीआई जांच की उठ रही मांग
वही इस पूरे मामले को लेकर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. शारदा प्रसाद ने कहा है कि, ” घटना के विरोध में FORDA ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. हम लोग चाहते हैं कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में पारदर्शी तरीके से जांच हो. आरोपी जल्दी पकड़े जाएं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.” वहीं इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर इंद्र शेखर ने कहा है कि, ”हम जांच से संतुष्ट नहीं हैं. प्रदर्शन में शामिल कई डॉक्टर ने सीबीआई से जांच की मांग भी की है. दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोपी को फांसी की सजा दिलाने और सीबीआई जांच की बात कही है.”
पोस्टमार्टम में हुआ रुह कंपा देने वाला खुलासा
वहीं इस मामले में मृतका डॉक्टर की पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रूह कंपा देने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में बताया गया है कि, महिला डॉक्टर की दोनों आंखों, मुंह से खून बह रहा था और उसके चेहरे पर गहरी चोट थी. पीड़िता के निजी अंगों से भी खून बह रहा था और उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ की उंगली और होठों पर चोट के निशान थे.
इसको लेकर एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि, ”परिस्थितिजन्य साक्ष्य से संकेत मिलता है कि गिरफ्त में आए आरोपी ने महिला चिकित्सक की पहले हत्या की और फिर उससे दुष्कर्म किया. ऐसा सबूत है कि चिकित्सक अस्पताल के सेमीनार हॉल में अकेले सो रही थी तभी आरोपी ने उस पर हमला कर दिया. महिला ने बचने की कोशिश की लेकिन उसकी गला घोटकर हत्या कर दी गई. ऐसी भी आशंका है कि आरोपी ने हत्या करने के बाद दुष्कर्म किया होगा.”