3 लाख वोट से नहीं जीती रामपुर सीट, इसका मतलब चुनाव निष्पक्ष नहीं : आजम खान
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान का कहना है कि अगर वह अपने संसदीय क्षेत्र रामपुर में तीन लाख से ज्यादा वोटों से नहीं जीते तो इसका मतलब है कि पूरे भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव नहीं हुआ है।
आजम खान का बयान ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में विपक्ष लगातार ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और उसके बदलने का आरोप लगा रहें हैं।
सिर्फ अजाम खान ही नहीं, इससे पहले बसपा ने भी आरोप लगाया था कि यूपी में ईवीएम को लेकर बड़े पैमाने पर घपलेबाजी हो रही है।
ईसी ने किया ईवीएम हेरफेर के सभी आरोपों को खारिज-
हालांकि, चुनाव आयोग (ईसी) ने ईवीएम हेरफेर के सभी आरोपों को खारिज कर दिया। चुनाव आयोग का कहना है कि यह सभी आरोप निराधार हैं।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पैनल ने 23 मई को मतगणना से पहले ईवीएम को सुरक्षित रखने के लिए सभी ‘प्रोटोकॉल’ का पालन किया है।
रामपुर में आजम खान के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ खड़ा किया गया। जया प्रदा पूर्व-सपा सदस्य हैं। उन्होंने अप्रैल 2019 में बीजेपी का दामन थम लिया था।
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