विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला: महताबी रोशनी में गजब दिख रही थी प्रभु श्रीराम की आभा
प्रभु ने धनुष को झटका दिया और तोप की भयंकर आवाज के साथ धनुष टूट कर बिखर गया
वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला में इधर रामयणियों का दल मानस पाठ करता चल रहा था. चारो ओर बोल दे राजा रामचन्द्र की जय का उद्घोष गूंज रहा था. प्रभु श्रीराम हाथ में धनुष लिए निश्चल भाव से खड़े थे. एक पल को लगा जैसे वक्त ठहर गया हो… लोग एकटक प्रभु की ओर देख रहे थे. जैसे ही रामयणियों ने ‘तेहिं छन राम मध्य धनु तोड़ा‘ चौपाई को गाना शुरू किया प्रभु ने धनुष को झटका दिया और तोप की भयंकर आवाज के साथ धनुष टूट कर बिखर गया.
श्रीराम उसका एक हिस्सा हाथ में लिए खड़े रहे. महताबी रोशनी में प्रभु राम की आभा देखते ही बन रही थी. जनकपुर में मौजूद हर किसी के हाथ करबद्ध मुद्रा में बंध जाते हैं. बोल दे राजा राम चन्द्र की जय की आवाजें बन्द होने का नाम नही ले रही थीं. इसके बाद सीता रंगभूमि में पहुंचती है और प्रभु श्रीराम के गले में जयमाल डालती हैं. इसके बाद जय-जयकार के बीच श्रीराम और सीता चारों दिशाओं में घूम कर लोगों को दर्शन देते हैं. इस दौरान सफेद महताबी लगातार जलती रहती है.
गर्जना के लिए होता है तोप का प्रयोग
रामचरित मानस में इस बात का जिक्र है कि जब श्रीराम ने शिव धनुष तोड़ा था तो भयंकर गर्जना हुई थी. रामनगर की रामलीला में इसे भी दर्शाया जाता है. इसके लिए तोप का इस्तेमाल किया जाता है. यह तोप 36वीं वाहिनी पीएसी परिसर में रखी रहती है. धनुष टूटने और तोप छूटने की टाइमिंग सही रहे इसके लिए भी व्यवस्था की जाती है. जनकपुर के एक बुर्ज पर मशालची खड़ा होता है. जब श्रीराम धनुष को झटका देते हैं, ठीक उसी पल मशालची इशारा कर देता है और तोपची तोप दाग देता है. यह टाइमिंग इतनी परफेक्ट होती है कि लगता है जैसे धनुष से ही यह आवाज आई है. रामनगर की रामलीला में खर दूषण बध, लक्ष्मण शक्ति आदि लीलाओं में भी तोप दागे जाते हैं.
अजय राय और सौरभ भी पहुंचे धनुष यज्ञ देखने
विश्व प्रसिद्ध रामलीला के पांचवें दिन धनुष यज्ञ की रामलीला देखने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व भाजपा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव भी पहुंचे. दोनों नेता कुछ समय के अंतराल पर अपने समर्थकों संग रामलीला देखने पहुंचे थे और लीला का आनंद उठाया.