Rajasthan: राजनीतिक का असली जादूगर कौन, गहलोत या कोई और…
राजस्थान: प्रदेश के काफी दिनों के चली आ रही जद्दोजहद के बाद 25 नवंबर को संपन्न हुए मतदान के पश्चात अब राज्य में असली जादूगर की चर्चा शुरू हो चुकी है. बता दें कि प्रदेश में सरकार किसकी बनेगी इसका फैसला को 3 दिसंबर को होगा लेकिन उससे पहली अब सियासत की नजरें बेसब्री से इस दिन का इंतजार कर रही है जब मतदान का फैसला आएगा और लोग अपना आशीर्वाद किसे दिए है इसका पता चलेगा. कांग्रेस बार- बार यही दवा कर रही है कि उनकी सरकार रिपीट होगी जबकि भाजपा भी अपने जीत के दावे कर रही है. आपको बता दें कि यदि राजस्थान में चुनावी इतिहास बदला तो इसके पीछे जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत का नहीं बल्कि किसी दूसरे जादूगर का हाथ होगा. अगर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होती है तो यह किसी खास शख्स का कमाल होगा. जिसके दम पर कांग्रेस एक बार फिर राजस्थान फतेह करने की सोच रही है. यह शख्स कोई मामूली इंसान नहीं, बल्कि कांग्रेस उनके दम पर कर्नाटक चुनाव फतेह कर चुकी है.
तो आइए जानते है कौन है राजस्थान का असली जादूगर…. जिसके डीएम पर कांग्रेस फिर से सरकार बनाने का दावा कर रही है.
जी, हाँ यह है नरेश अरोड़ा, जिन्हे कांग्रेस का थिंक टैंक या असली जादूगर कहा जा रहा है. कर्नाटक चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पांच में से चार राज्यों में सरकार बनाने का दावा कर रही है. उनके पीछे नरेश अरोड़ा जी है. नरेश अरोड़ा डिजाइन बॉक्स के सह संस्थापक है. उन्होंने कर्नाटक चुनाव जीतने में अहम् भूमिका निभाई थी. जिसके बाद उन्हें राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई. इतना ही नहीं कांग्रेस को इनपर बहुत ही भरोसा है. कर्नाटक चुनाव में इलेक्शन से पहले कांग्रेस ने मैनेजमेंट कंपनी डिजाइन बॉक्स को हायर किया था. इसी के चलते नरेश अरोड़ा ने कर्नाटक की जीत के लिए कांग्रेस का मैनेजमेंट किया और उसका क्या परिणाम रहा. यह सबको पता है. हालांकि कर्नाटक की जीत का श्रेय डीके शिवकुमार और सिद्ध कुमार रमैया को दिया जा रहा है. लेकिन वास्तव में यह कारनामा नरेश अरोड़ा की मैनेजमेंट कंपनी का रहा है.
कौन हैं नरेश अरोडा..
पंजाब के अमृतसर के रहने वाले नरेश अरोडा डिजिटल मार्केटिंग के दिग्गज हैं. वह बेंगलुरु में रह रहे हैं. इलेक्शन मैनेजमेंट पर उनकी एक कंपनी है डिजाइन बॉक्स. वह पिछले सात साल से चुनावी क्षेत्र में काम कर रहे हैं. वह लाइमलाइट में रहने के बजाय पर्दे के पीछे रहकर काम करने में विश्वास करते हैं. नरेश राजस्थान में भी कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं.
राजस्थान में रिवाज बदलने की कोशिश में “नरेश अरोड़ा”…
आपको बता दें कि प्रदेश में चली आ रही पंचवर्षीय योजना को बदलने के लिए नरेश अरोड़ा के मैनेजमेंट के तहत कांग्रेस ने प्रचार किया है. कारण कांग्रेस ने पूरी तरह से अरोड़ा के मैनेजमेंट में काम किया है. दरअसल, राजस्थान में अब तक यही रिवाज है कि एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस सत्ता में आती है. लेकिन इस बार कांग्रेस और नरेश अरोड़ा भी यही दांवा कर रहे हैं कि राजस्थान में कई दशकों से चल रहा रिवाज और इतिहास इस बार बदलेगा और राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी.
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नरेश अरोड़ा ने ही कांग्रेस को दिया सबसे पहले ‘गारंटी’ शब्द…
आपको यह जानकर हैरानी होगी की कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में सबसे पहली गारंटी शब्द नरेश अरोड़ा ने ही दिया था. असम के चुनाव में प्रचार के लिए समय का अभाव था शायद इसलिए वहां कांग्रेस नहीं जीत पाई.लेकिन यह मूलमंत्र हासिल कर पाई कि इसे आगे कैसे ले जाया जा सकता है. इसी गारंटी शब्द को आम आदमी पार्टी ने पंजाब में प्रयोग किया सरकार बनाई.
राजस्थान में किया प्रचार का काम….
कर्नाटक की जीत के बाद कांग्रेस के साथ – साथ मैनेजमेंट टीम के भी हौंसले काफी ऊपर है इसलिए लगातार राजस्थान में जीत के दावे कर रही है. बता दें कि बीते दिनों अशोक गहलोत और उनकी टीम के साथ नरेश अरोड़ा की कई बैठके हुई. इसके अलावा नरेश अरोड़ा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सचिन पायलट के साथ काम कर रहे थे. राजस्थान सरकार को ‘बचत, राहत, बजट का साथ’ बजट प्रचार का सुझाव नरेश अरोड़ा की डिजाइन बॉक्स ने ही दिया था. इसके चलते राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी नरेश अरोड़ा की सक्रिय भूमिका देखने को मिली है.