राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार CM गहलोत के भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित, क्या था मामला
राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार सीएम अशोक गहलोत के भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई है. सदन की कार्यवाही क्यों स्थगित की गई, इसकी वजह जानकर आपको हैरानी भी हो सकती है और हंसी भी आ सकती है. दरअसल, राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार का बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. जब सीएम अशोक गहलोत के अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर रहे थे तो उनके ही एक मंत्री ने उन्हें बीच में टोक दिया.
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान विधानसभा सदन के अंदर जब सीएम अशोक गहलोत तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट को लेकर भाषण दे रहे थे. उस वक्त विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने बजट लीक किया है और सीएम अशोक गहलोत ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ीं हैं. इसके बाद भाषण के साथ ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. भारी हंगामे की स्थिति होने पर विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए. वहीं, ज्यादा हंगामा होने के चलते विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया.
आखिर क्या हुआ विधानसभा में?
दरअसल, अपने तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट के भाषण में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कर्म में अगर सच्चाई है तो कर्म सफल होगा, हर एक संकट का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा. वहीं, इसके बाद सीएम गहलोत ने बजट घोषणाओं को पढ़ना शुरू किया. करीब सुबह 11:00 बजे सीएम गहलोत ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया और पढ़ते-पढ़ते ही अचानक से वो अटक गए और सीएम गहलोत को अपनी गलती का एहसास तब हुआ, जब बजट में 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी आई.
Rajasthan CM Ashok Gehlot ends up reading last year's Budget in the Assembly.🤦♂️😂 pic.twitter.com/sW0oxQ8SNi
— Rishi Bagree (@rishibagree) February 10, 2023
इस दौरान राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी ने सीएम गहलोत के पास जाकर उनकी इस गलती से अवगत कराया. इसे लेकर विपक्ष ने सवाल पूछा कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए? बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सीएम ने पुराना बजट भाषण पढ़ा है. इस पर सीएम आशिक गहलोत ने सदन में माफी मांगी और कहा कि गलती हो जाती है.