‘दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से चीन भी कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करने लगा है’
जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा(Mahbuba Mufti) मुफ्ती ने शनिवार को घाटी में सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और कहा कि ‘दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से चीन भी कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करने लगा है’। अपने आवास पर करीब आधे घंटे तक चली बैठक के बाद महबूबा ने पत्रकारों से कहा कि सोमवार रात को अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर किया गया हमला ‘सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने’ के उद्देश्य से किया गया था। हमले में सात श्रद्धालुओं की जान चली गई थी।
महबूबा ने घाटी में अशांति के लिए ‘बाहरी ताकतों’ को जिम्मेदार ठहराया और ‘कठिन समय में समर्थन’ देने के लिए गृहमंत्री को धन्यवाद भी दिया। महबूबा ने कहा कि इस लड़ाई में बाहरी ताकतें शामिल हैं। घुसपैठ हो रही है और आतंकवादी घुस रहे हैं। वे जम्मू एवं कश्मीर का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
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साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब दुर्भाग्य से चीन ने भी हस्तक्षेप शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा किपूरे देश में जिस प्रकार सांप्रदायिक सद्भाव कायम था..शत्रु इस हमले के जरिए पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे कराना चाहते थे। उन्होंने कहा कि मैं अपने देश के लोगों और गृहमंत्री की आभारी हूं कि उन्होंने इस कठिन स्थिति में हमारा समर्थन किया, इस स्थिति में जिसमें बाहरी ताकतें शामिल हैं..और मैं खुश हूं कि हमारे सभी राजनीतिक दल साथ हैं।
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महबूबा ने आगे कहा कि हम कश्मीर में कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए नहीं लड़ रहे..जब तक पूरा देश और सभी राजनीतिक दल एकजुट नहीं होते, तब तक हम यह लड़ाई नहीं जीत सकते। यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में अनुच्छेद 370 पर भी कोई चर्चा हुई, महबूबा ने कहा कि जब जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) पारित हुआ, तब राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि की कि अनुच्छेद 370 का ध्यान रखा जाएगा..अनुच्छेद 370 कश्मीर के लोगों की भावनाओं से जुड़ा है।
गौरतलब है कि चीन ने इसी सप्ताह कहा है कि वह कश्मीर मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध सुधारने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। भारत ने हालांकि चीन की पेशकश ठुकराते हुए कहा कि वह पाकिस्तान के साथ कश्मीर मसले पर द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए नहीं।
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