भारत जोड़ो यात्रा का शतक: 100 दिन, 8 राज्य, 42 जिले और 2800 किमी का पैदल सफर, फ्लैशबैक में जानें सब कुछ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा ने शुक्रवार को अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं. पिछले 99 दिनों में यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरु होकर तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से गुजरती हुई इन दिनों राजस्थान में है. भारत जोड़ो यात्रा अपने 100वें दिन राजस्थान के दौसा में है. राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का आज 12वां दिन है. राहुल की अगुवाई वाली इस यात्रा ने अब तक 8 राज्य और 42 जिले पार कर लिए हैं. लगभग 2800 किलोमीटर दूरी तय कर ली है, अभी 800 किलोमीटर की यात्रा और बाकी है. इस यात्रा हर फील्ड्स के कई नामचीन और दिग्गज लोग शामिल हुए हैं.
दरअसल, 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करने को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे थे. लेकिन, आज 16 दिसंबर, 2022 को राहुल की पदयात्रा 100 दिन पूरे कर चुकी है और इस 100 दिन की कमाई ने कांग्रेस कैडर में उत्साह का एक अभूतपूर्व संचार कर दिया है. भारत जोड़ो यात्रा का ये आंकड़ा किसी आसान सफर की कहानी नहीं है.
7 सितंबर, 2022 को जब राहुल गांधी कन्याकुमारी की चिपचिपी गर्मी से अपना सफर शुरू कर रहे थे तब से लेकर आज तक हिन्दुस्तान का चुनावी और मौसमी माहौल बदला है. इन 100 दिनों में राहुल ने न सिर्फ मौसम के अनुकूल खुद को ढाल कर अपनी चुस्ती फुर्ती कायम रखी है, बल्कि सियासी हवा भी थोड़ी बहुत कांग्रेस के अनुकूल हुई है.
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बदल रही राहुल की छवि…
चुनाव की गहमागहमी से दूर राहुल जनता से कनेक्ट कायम करने में सफल दिख रहे हैं और उनकी छवि भी बदल रही है. राहुल गांधी ने बीते 100 दिनों की यात्रा कर उस मुकाम के आसपास पहुंचते दिख रहे हैं, जिसके लिए बीते 18 सालों से वे संघर्ष करते नज़र आ रहे थे. बीच-बीच में भले उनमें स्पार्क नजर आया हो, लेकिन पहली बार ऐसा मौका है जब राहुल गांधी खुद को सीरियस प्लेयर के तौर पर साबित करते दिखाई पड़ रहे हैं.
राहुल गांधी को सियासत में कदम रखे करीब दो दशक हो रहे हैं, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा से पहले तक उन्हें एक गंभीर नेता के तौर पर नहीं देखा जा रहा था. जमीनी नेता के बजाए उन्हें हवा हवाई नेता माना जाता था. हालांकि, राहुल गांधी कहते हैं कि बीजेपी ने मेरी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं और उन्होंने मेरी एक छवि बनाई है.
ये फोटो हुई वायरल…
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की यह तस्वीर भी बहुत वायरल हुई है. इसमें वो एक जगह भाषण दे रहे थे और उसी दौरान बारिश हो जाती है. राहुल गांधी ने बारिश में भी अपना भाषण जारी रखा. बारिश में स्पीच देते राहुल गांधी की तस्वीर खूब वायरल हुई.
केंद्र की नीतियों के खिलाफ जन जागरण अभियान…
भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस चुनाव से जोड़कर देखती भी नहीं. कांग्रेस के मुताबिक ये केंद्र की नीतियों के खिलाफ जन जागरण का अभियान है. कांग्रेस के अनुसार आज हमारे देश को विभाजित करने वाले आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए लाखों लोग इस आंदोलन में शामिल हुए हैं. यह यात्रा बड़े पैमाने पर बेरोज़गारी, महंगाई, नफ़रत, विभाजन की राजनीति और राजनीतिक व्यवस्था के अति-केंद्रीकरण के विरुद्ध जन-जागरण का काम कर रही है.
भारत जोड़ो यात्रा को चुनाव से न जोड़कर कांग्रेस के रणनीतिकारों ने रणनीतिक फैसला लिया है, ऐसा करके राहुल इस यात्रा से बनी लोकप्रियता को सीधे 2024 में भुनाना चाहते हैं. अन्यथा उन्हें अगले कुछ महीने में ही भारत जोड़ो यात्रा से बनी छवि को चुनावी कसौटी पर कसना होगा.
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भारत जोड़ो यात्रा का असर कर्नाटक में साफ दिखा. यहां सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों गुटों ने एक साथ मिलकर मेहनत की और राहुल गांधी की यात्रा को वहां काफी सफल बनाया. महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी की तुलना में कांग्रेस एक छोटी पार्टी बन गई है, उसके बावजूद राहुल गांधी की यात्रा के दौरान कांग्रेस का संगठन मजबूत दिखा. इसी तरह राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के आपसी मतभेद के बावजूद संगठन ने भीड़ जुटाने में अहम रोल अदा किया.
एक्टर, इकोनॉमिस्ट, एक्टिविस्ट शामिल…
कन्याकुमारी से निकला राहुल का कारवां लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस कारवां में लेखक, एक्टर, इकोनॉमिस्ट, सोशल साइंटिस्ट, एक्टिविस्ट सभी जुड़ रहे हैं. इस यात्रा में जुड़ रहे लोगों का कैनवस इतना बड़ा है कि इससे एक मैसेज निकल कर जनता के बीच में जा रहा है. ये मैसेज है कि देश का एक बड़ा तबका राहुल का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार है.
कांग्रेस के अनुसार यह यात्रा यह भारत की एकता, सांस्कृतिक विविधता और भारत वासियों के अविश्वसनीय धैर्य का उत्सव है. 100 दिन में राहुल की ये यात्रा कई अहम पड़ावों से होकर राजस्थान तक पहुंची है. कई विवाद आए कुछ पैदा किए गए.
राहुल की टी शर्ट पर विवाद…
भारत जोड़ो यात्रा के पहले दिन से ही राहुल गांधी ने टी शर्ट को शामिल रखा. जिससे उनको पैदल चलने और दौड़ने के साथ-साथ लोगों से मिलने में दिक्कत न हो. इसलिए टी शर्ट उनकी सहज पसंद बन गया. वहीं, राहुल गांधी की टीशर्ट पर विवाद शुरू हुआ. बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल बरबेर्री की टीशर्ट पहने हैं और इसकी कीमत 41,257 रुपए है. इस आरोप पर कांग्रेस ने बीजेपी को करारा जबाव दिया था. यात्रा में राहुल गांधी ज्यादातर सफेद टी शर्ट, ट्राउजर और स्पोर्ट्स शूज में दिखाई दे रहे हैं.
आरएसएस की जलती निक्कर की फोटो…
भारत जोड़ो यात्रा में एक और विवाद तब पैदा हुआ जब कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से आरएसएस की जलती हुई निक्कर की फोटो पोस्ट की गई. आरएसएस ने और बीजेपी ने इसका जोरदार विरोध किया. बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कांग्रेस ने 1984 में दिल्ली को आग लगाई और कांग्रेस के ईकोसिस्टम ने 2002 में गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया.
राहुल का सावरकर पर बयान…
महाराष्ट्र के वाशिम में एक और विवाद हुआ. यहां एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि ‘जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया, उनके सामने एकदम झुके नहीं, वहीं दूसरी ओर सावरकार ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेक दिए.’ राहुल के इस बयान पर बवाल मच गया. बवाल इतना बढ़ा कि कांग्रेस के सहयोगी शिवसेना (उद्धव) ने यहां तक कह दिया पार्टी राहुल के इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखती है. संजय राउत ने तो सार्वजनिक मंच से बयान दिया और राहुल के बयान से असहमत दिखे.
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विवादित पादरी से मुलाकात…
भारत जोड़ो यात्रा के सिलसिले दौरान एक और विवाद तब हुआ जब राहुल गांधी तमिलनाडु में थे. यहां राहुल ने विवादित पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की और ऐसा सवाल पूछा जिसके जवाब ने विवाद को हवा दे दी. कन्याकुमारी के मुट्टीडिचन पराई चर्च में राहुल गांधी और पादरी की मुलाकात हुई. राहुल गांधी ने पादरी से पूछा कि ‘यीशु मसीह भगवान का एक रूप है? क्या यह सही है?’ उनके इस सवाल पर पादरी जॉर्ज पोन्निया ने कहा कि ‘नहीं, वही असली भगवान हैं.’ राहुल के इस बयान की हिंदू संगठनों ने जोरदार निंदा की.
सद्दाम हुसैन की दाढ़ी से तुलना…
सितंबर में क्लीन शेव दिखने वाला राहुल गांधी का चेहरा नवंबर में दाढी से भर गया. राहुल गांधी की खिचड़ी दाढ़ी में उनका परिपक्व व्यक्त्तित्व निखर कर सामने आ रहा था. इसी दौरान असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बयान से विवाद खड़ा हो गया. सरमा ने गुजरात में एक रैली में राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है? सरमा ने कहा था कि राहुल जी आपका चेहरा ऐसा होना चाहिए, जिसमें लोगों को महात्मा गांधी दिखाई दे, सरदार पटेल दिखाई दे, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए जिसमें सद्दाम हुसैन दिखाई दे. कांग्रेस ने असम सीएम के इस बयान की कड़ी निंदा की.
चुनावी राज्यों से बनाए रखी दूरी…
राहुल ने चुनावी राज्यों से भारत जोड़ो यात्रा की दूरी बनाए रखी. राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पूरे चुनाव के दौरान गुजरात से गैरहाजिर रही. चुनावी समीक्षकों और विश्लेषकों ने इस फैसले पर सवाल उठाया तो कांग्रेस ने इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया. हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण में देश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में जाएंगे.
कई हस्तियां हुई शामिल…
राहुल की इस यात्रा में ऐसे लोग शामिल हुए जिन्हें सत्ता पक्ष और कुछ दूसरे संगठन टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य कहते हैं. राहुल की इस पदयात्रा में कई हस्तियां शामिल हुई. पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार तो शुरू से ही उनके साथ चल रहे हैं.
इसके अलावा एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, पूजा भट्ट, रिया सेन, रश्मि देसाई इस यात्रा में शामिल हुईं.
इसके अलावा गुजरे जमाने के सुपर स्टार अमोल पालेकर, सुशांत सिंह भी राहुल की यात्रा के हमराही बने. हाला ही में उनके साथ कुणाल कामरा भी देखे गए थे.
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कंटेनर पर सवाल…
राहुल गांधी दिन में यात्रा में अपने साथियों के साथ चलते हैं तो रात कंटेनर में विश्राम करते हैं. यात्रा के अन्य सदस्य भी कंटेनर में भी विश्राम करते हैं. सत्ता पक्ष का आरोप है कि राहुल के कंटेनर वीवीआईपी हैं. इस सवाल पर भी कांग्रेस ने जवाब दिया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यात्रा में शामिल लोगों के रात्रि विश्राम के लिए तैयार किए गए कंटेनर में बस मामूली सुविधाएं हैं, लेकिन इसे बदनाम करने के लिए झूठ फैलाया जा रहा है. राहुल जिस कंटेनर में रहते हैं उसमें एक बिस्तर है. दो बिस्तरों वाले कंटेनर रेलवे के स्लीपर क्लास के कोच के जैसे हैं. बीजेपी के प्रवक्ताओं को ये कंटेनर आकर देखना चाहिए.
रघुराम राजन की एंट्री…
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन का आना लोगों को हैरान कर गया. राजन ने राहुल के साथ न सिर्फ कदमताल किया बल्कि उनके साथ देश की इकोनॉमी पर भी चर्चा की. बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि राजन को कांग्रेस ने ही नियुक्त किया था, ऐसे में उनके साथ बातचीत पर किसी तरह का आश्चर्य नहीं होना चाहिए. रघुराम राजन ने नीतिगत मामलों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार के लिए अगला साल और भी कठिनाई से भरा रहने वाला है और उसे लोअर मिडिल क्लास की दिक्कतों का ध्यान रखना चाहिए.
एक हफ्ते के विराम पर होगी यात्रा…
भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार से एक हफ्ते के विराम पर होगी और 24 दिसंबर को दिल्ली प्रवेश करेगी. यहां राहुल का सामना एमसीडी चुनाव में कांग्रेस की नाकामी से होना है. इसके बाद ये यात्रा यूपी के लिए रवाना होगी. लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के वेबसाइट में यूपी में इस यात्रा का एक मात्र ठहराव बुलंदशहर है. इसके बाद आगे यात्रा का लक्ष्य हरियाणा पंजाब और आखिरकार जम्मू कश्मीर है. पार्टी का लक्ष्य 150 दिनों में 12 राज्यों का सफर तय कर पैदल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करना है. इस यात्रा को 737 किलोमीटर का सफर तय करना अभी बाकी है.
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