राधा अष्टमी आज, जानें कौन सा भोग लगाने से पूरी होगी मनोकामना ?
आज राधा अष्टमी का त्यौहार मनाया जा रहा है, राधा अष्टमी का पर्व हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है. कहते है कि, आज के ही दिन राधा रानी का जन्म हुआ था, इसी वजह से इस दिन को राधा अष्टमी के तौर पर मनया जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार राधा अष्टमी पर ग्रहों का एक अत्यंत दुर्लभ और मंगलकारी संयोग बन रहा है. साधक इन शुभ अवसरों में राधा रानी की पूजा करने से कई गुना अधिक लाभ प्राप्त करेंगे. राधा रानी और भगवान कृष्ण भी कृपा जमकर भक्तों पर बरसने वाली है. ऐसे में आइए जानें राधा अष्टमी के शुभ योग, पूजा विधि और कुछ अचूक उपाय, जिसने आपकी मनोकामना पूरी होगी….
पूजन का शुभ मुहूर्त
11 सितंबर को राधाष्टमी पर राधा जी की पूजा का मुहूर्त सुबह 11 बजे से दोपहर 01.32 बजे तक रहेगा, वही राधारानी की उपासना से श्रीकृष्ण बेहद प्रसन्न होते है, ऐसे में यदि आप कृष्ण को खुश करना चाहते है तो,राधारानी की पूजा करें.
आज का शुभ योग और राजयोग
शास्त्रों के अनुसार, राधा रानी का जन्म सोमवार को मध्यकाल यानी दोपहर के समय में हुआ था. राधा रानी का जन्म सोमवार को मध्याह्न, अनुराधा नक्षत्र में हुआ था. हालांकि, इस साल यानी 2024 में बुधवार 11 नवंबर को राधा अष्टमी पड़ रही है. बुधवार 11 सितंबर को सुबह 11 बजे 30 मिनट तक भद्रा रहेगी, इसलिए भद्रा को छोड़कर दोपहर 12 बजे राधा रानी की पूजा करें.
राधा अष्टमी पर कई शुभ योग बन रहे है, जिसमें प्रीति योग, गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, रवि योग और शश योग इस बार राधा अष्टमी पर बन रहे है. एक साथ पूजा करने से कई गुना अधिक लाभ मिलेगा, इसलिए दोपहर 12 बजे के बाद ही पूजा करें.
राधाअष्टमी के अचूक उपाय
-जिन लड़कियों का विवाह में मुश्किल हो रहा है, वे राधाष्टमी पर देवी राधा को गुलाब का फूल अर्पित करें और फिर 108 बार मंत्र ‘ऊं ह्रीं श्री राधिकायै नम:’ का जाप करें. माना जाता है कि इससे विवाह की संभावना बढ़ती है.
-जो लोग अपनी पसंद की लड़की या लड़के से शादी करना चाहते है, वे राधा अष्टमी के दिन भोजपत्र पर चंदन की स्याही से अपने प्रेमी का नाम लिखकर उसे राधा-कृष्ण के मंदिर में अर्पित कर सकते हैं. कहा जाता है कि, एक प्यार करने वाला जीवनसाथी जल्द मिल जाएगा.
-राधा अष्टमी पर श्रीकृष्ण और राधा को मालपुए या रबड़ी का भोग लगाना अनिवार्य है, यह माना जाता है कि इससे शादी में खुशी मिलती है. पति-पत्नी का प्रेम विकसित होता है.
-राधा अष्टमी पर गुप्त रूप से तिल दान करें, कहते हैं कि, ग्रह दोष विवाह में बाधा डाल रहा है तो, वह दूर हो जाएगी. इस दिन कुंवारी लड़कियों को श्रृंगार सामग्री और सुगंधित इत्र दान करें, इससे शुक्र शक्तिशाली होता है.
-राधाष्टमी के दिन स्त्रियां राधा रानी को वैजयंती, कुमकुम, हल्दी और अक्षत का फूल चढ़ाएं, ये उपाय आपको सुख, समृद्धि और सौभाग्य देते हैं.
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इन बातों का रखें खास ख्याल
-राधा अष्टमी के दिन घर में राधा और श्रीकृष्ण को घऱ में बनाएं पकवान का भोग करें
-इस दिन तामसिक भोजन न करें
-इस दिन आप ब्रह्मचर्य का पालन करें
-इस दिन किसी से वाद-विवाद करने से बचें और किसी को बुरा बोलने से बचें.