18 घंटे के पॉलिटिकल क्राइसिस के बाद उत्तराखंड को मिला नया मुखिया, पुष्कर सिंह धामी होंगे प्रदेश के 11वे मुख्यमंत्री
उत्तराखंड में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 'मेरी पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता को चुना है। हम एक साथ मिलकर लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे".
देहरादून: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के खटीमा विधानसभा क्षेत्र के दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी आज देर शाम, प्रदेश के 11वे मुख्यमंत्री कि शपथ लेंगे. करीब 18 घंटे के राजनैतिक मंथन के बाद धामी को भाजपा के आलाकमान ने प्रदेश कि बागडोर सौपने का फैसला लिया है.
पुष्कर सिंह धामी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के करीबी माने जाते हैं. धामी पूर्व सीएम भगत सिंह कोशियारी के ओएसडी रहे हैं. धामी की संघ से भी नजदीकियां हैं.
आज तीन बजे कि मीटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान किया. उनका उन्होंने माला पहनाकर स्वागत किया. संवैधानिक संकट के चलते तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा है.
पुष्कर सिंह धामी होगें उत्तराखण्ड़ के 11वें मुख्यमंत्री, बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद इसका औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। @DDNewsHindi @PIB_India @DIPR_UK @pushkardhami pic.twitter.com/0EAfqYQeEz
— PIB in Uttarakhand (@PIBDehradun) July 3, 2021
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उत्तराखंड में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘मेरी पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता को चुना है। हम एक साथ मिलकर लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे। हम लोगों के लिए काम करने की चुनौती को स्वीकार करते हैं।’ पुष्कर सिंह धामी पिथौरागढ़ जिले के एक छोटे से गांव में पैदा हुए और उनके पिता एक पूर्व सैनिक हैं।
पुष्कर 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में पैदा हुए। उनके पिता सेना में रह चुके हैं। पुष्कर सिंह धामी तीन बहनों के बीच अकेले भाई हैं। पढ़ाई—लिखाई की बात करें तो पुष्कर सिंह धामी ने मानव संसाधन प्रबंधन के साथ—साथ औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है।
सबको छोड़ा पीछे
गौरतलब है कि प्रदेश में उपचुनाव की अनिश्चितताओं के बीच तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद से ही उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल तेज थी। इसके बाद पार्टी ने कई नामों पर चर्चा की। इन नामों में चौबातखाल से विधायक और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, श्रीनगर से विधायक धनसिंह रावत, पुष्कार सिंह धामी और रितू खंडूरी के साथ-साथ दोईवाला से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दावेदारी भी थी। लेकिन आखिर में विधायकों ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई।
कंधो पे है बड़ी ज़िम्मेदारी
45 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी से पार्टी को काफी उमीदें हैं. पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने बड़बोलेपन से मीडिया में काफी मशहूर रहे हैं, जिससे पार्टी कि काफी खिल्ली उड़ी है. सिंह जो कि पार्टी के एक युवा चेहरा हैं, उनके कंधो पर आने वाली विधानसभा चुनावों कि ज़िम्मेदारी है. देखने वाली बात ये होगी कि क्या धामी, जो कि पिछले पांच साल कि सरकार के तीसरे मुख्यमंत्री हैं, जनता को उन्हें वापस चुननें के लिए लुभा पाएंगे.
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