बांग्लादेश के खिलाफ बढ रहा जनाक्रोश, वाराणसी में जुलूस निकालकर पीएम युनूस खान का पोस्टर फूंका

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वाराणसी: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा और हिंदू संत की गिरफ्तारी के विरोध में आज वाराणसी में हिंदू जागरण मंच के आह्वान पर मिन्ट हाउस स्थित स्वामी विवेकानंद स्मारक पर भारी संख्या में व्यापारी, हिंदू संगठन के कार्यकर्ता और नेता जुटे. उन्होंंने वहां से एक बड़े जुलूस के रूप में जिला मुख्यालय की ओर कूच किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग बांग्लादेश सरकार के खिलाफ लिखे स्लोगन की त‍ख्तियां लिये चल रहे थे. बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे जुलूस जिला मुख्यालय पहुंचा. इस दौरान उत्साही कार्यकर्ताओं ने नेबांग्लादेश के प्रधानमंत्री यूनुस खान का पोस्टर जलाकर अपना गुस्सा जाहिर किया.

राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा

इस दौरान जिलाधिकारी एस राज लिंगम को राष्ट्रीय संत समिति के अध्यक्ष स्वामी जितेंन्द्रानन्द सरस्वती ने राष्ट्रपति के नाम से प्रेषित ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर स्वामी जितेंन्द्रानंद सरस्वती ने मीडिया से बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसात्मक कार्रवाई रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ को हस्तक्षेप करना चाहिए और भारत सरकार को भी वहां एक शांति सेना भेजनी चाहिए.

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ को चेतावनी देते हुए कहा कि बांग्लादेश में उन्हें तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए और वहां के अल्पसंख्यकों पर हो रहे हिंसा को रोकना चाहिए. भारत में रह रहे अल्पसंख्यकों को भी बांग्लादेश के हिंदू विरोधी कार्रवाई के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए नहीं तो अगर भारत में भी हिंदू समाज ने अल्पसंख्यकों के साथ वही सुलूक करना शुरू कर दिया तो फिर क्या होगा.

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हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी एक करोड़ 20 लाख है. संयुक्त राष्ट्र संघ को भी इस बड़े आबादी के हिस्से को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए. इस दौरान भाजपा एमएलसी धर्मेंद्र सिंह, हंसराज विश्वकर्मा, केदारनाथ सिंह, ओमप्रकाश पांडेय, शिवम सिंह, हरिओम मिश्रा, शिवाकांत उपाध्याय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.

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