बीएचयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया का विरोध, छात्रों ने फूंका कुलपति का पुतला, सुरक्षाकर्मी तमाशबीन
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पीएचडी प्रवेश की नयी नियमावली के खिलाफ दिन प्रतिदिन छात्रों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. छात्रों का कहना है कि वर्तमान परीक्षा नियमावली दोषपूर्ण है. जिससे सिर्फ और सिर्फ जेआरएफ पास अभ्यर्थियों का ही नामांकन सम्भव हो पाएगा. ऐसे में यूजीसी नेट और केटेगरी 3 (क्वालिफाइड फ़ॉर पीएचडी) के लिये चयनित अभ्यर्थी नामांकन से वंचित रह जाएँगे इसलिए यह प्रक्रिया दोषपूर्ण है.
इस बीच पीएचडी प्रवेश की नयी नियमावली से सम्बंधित अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार की सुबह परीक्षा नियन्ता से वार्ता करने कन्ट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन ऑफिस पहुंचा, जहां लगभग दो घण्टे तक परीक्षा नियन्ता प्रो. एनके मिश्र से छात्रो की वार्ता हुई. इस दौरान कई बार छात्रों और परीक्षा नियन्ता के बीच बहस भी हुई. उक्त प्रतिनिधिमंडल में दिव्यांश दुबे, विवेकानंद कुमार, सौरभ राय, शिवम सोनकर, श्यामल कुमार, अभिषेक उपाध्याय, विकाश जी समेत अन्य छात्र मौजूद थे.
कुलपति के नहीं मिलने पर फूटा छात्रों का गुस्सा
परीक्षा नियन्ता ने नियमावली में परिवर्तन करने के लिये खुद को सक्षम अधिकारी न बताते हुए कुलपति को इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी बताया. इसके बाद आक्रोशित छात्र कुलपति से मिलने केंद्रीय कार्यालय पहुचें. लेकिन वहां कुलपति की अनुपस्थिति से छात्रो का गुस्सा और तेज हो गया और उन्होंने केन्द्रीय कार्यालय के बाहर ही कुलपति का पुतला फूंक दिया. इस दौरान सुरक्षाकर्मी तमाशबीन बने रहे.
छात्रों ने आरोप लगाया कि वर्तमान कुलपति छात्र विरोधी हैं, इसलिए छात्रों के पीएचडी प्रवेश की व्यवस्था को दिन प्रतिदिन और जटिल बनाया जा रहा है. छात्र संघर्ष समिति के पदाधिकारी विवेकानंद का कहना है कि हमारी पांच सूत्री मांग जायज हैं. इसके लिए हम लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन से बातचीत के माध्यम से रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं.
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ABVP का धरना 11वें दिन भी जारी
इसी क्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित केंद्रीय कार्यालय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों का 11वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा. अभी भी छात्र अपनी 19 सूत्री मांग को लेकर अड़े हुए हैं. छात्रों का कहना है कि जब तक हमारी बातें नहीं मानी जाती तब तक उनका अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. छात्रों ने जमकर कुलपति के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. छात्रों का कहना है कि जब तक हम लोगों की 19 सूत्री बातों पर विचार करके अमल में नहीं जाया जाता तब तक हम लोगों का धरना जारी रहेगा.
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आगामी त्यौहार जैसे धनतेरस दीपावली भी सेंट्रल ऑफिस पर मनाया जाएगा. छात्रों का कहना है कि हम सभी विश्वविद्यालय में हो रहे अनियमित छात्रों के साथ दुर्व्यवहार, पेड़ों की कटाई अन्य विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. धरनारत छात्रों का कहना है कि सामाजिक समावेशन केंद्र में शोध प्रवेश हेतु पूर्व की भांति एमफिल धारक विद्यार्थियों को मौका देने समेत 19 सूत्रीय मांगों पर कोई कार्रवाई न होने से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्रीय कार्यालय लगातार धरना जारी है. इस दौरान प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह , पुनीत, पल्लव, सर्वेश, ओंकार , दिव्यांशु , अनुज गोस्वामी, अभय, प्रशांत राज, अदृश्य, यशवर्धन , गौरव, नंदा भट्ट, धीरेंद्र, व्योम, ध्रुव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे.