पीएम मोदी ने लाल किला पर फहराया ध्वज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ध्वज फहराया। स्वतंत्रता दिवस का भाषण देने के लिए प्रधानमंत्री 17वीं शताब्दी के स्मारक स्थल पहुंचे, जहां रक्षा मंत्री अरुण जेटली, रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे और रक्षा सचिव संजय मित्रा ने उनका स्वागत किया।बाद में उन्हें थल सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के एक दल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। प्रधानमंत्री ने 21 बंदूकों की सलामी के बीच ध्वजारोहण किया।
सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया ने देश की ताकत पहचानी है
read more : देश की 149 जेलें क्षमता से 100 फीसदी से अधिक भरी
इस दौरान पीएम ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया ने देश की ताकत पहचानी है। मोदी ने देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सशस्त्र बलों की प्रशंसा करते हुए कहा, “आजाद भारत में देश की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। सर्जिकल स्ट्राइक से भारत ने अपनी शक्ति का लोहा मनवाया है।”मोदी ने कहा कि हर जवान देश में अपना योगदान दे रहा है, फिर चाहे वह थल सेना से संबद्ध हो, नौसेना से या वायुसेना से। उन्होंने कहा, “हमारे जवान घुसपैठ और आतंकवादी हमलों जैसी हर स्थिति में सीने ताने खड़े हैं। पूरी दुनिया हमारी ताकत देख रही है।”
कभी-कभी प्राकृतिक आपदाएं चुनौती बन जाती हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक अस्पताल में हुई बच्चों की मौत पर शोक जताया। मोदी ने यहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में कहा, “कभी-कभी प्राकृतिक आपदाएं चुनौती बन जाती हैं।”उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन ने देश के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, “अच्छी बारिश देश को फलने-फूलने में मदद करती है।” प्रधानमंत्री ने गोरखपुर के एक अस्पताल में हुई 60 बच्चों की मौत का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा, ” भारत के लोग प्राकृतिक आपदाओं और गोरखपुर में त्रासदी से प्रभावित हुए लोगों के साथ साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।”
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)