राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिवंगत नेता राम विलास पासवान के आवास पर पहुंच कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। राम विलास पासवान का गुरुवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 74 साल के थे और केंद्र सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री थे। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को सुबह अस्पताल से यहां 12 जनपथ स्थित उनके आवास लाया गया, जहां पहुंचकर प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
Paid respects to late Shri Ram Vilas Paswan Ji. His unwavering commitment to social justice will always be remembered. pic.twitter.com/QaklVGclx5
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2020
प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवार को बंधाया ढांढस
प्रधानमंत्री ने दिवंगत नेता के पुत्र और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और उनके शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
I am saddened beyond words. There is a void in our nation that will perhaps never be filled. Shri Ram Vilas Paswan Ji’s demise is a personal loss. I have lost a friend, valued colleague and someone who was extremely passionate to ensure every poor person leads a life of dignity. pic.twitter.com/2UUuPBjBrj
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ काविंद ने अर्पित की श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति रामनाथ काविंद ने भी राम विलास पासवान के आवास पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।
President Kovind paid his respects to late Shri Ram Vilas Paswan, Union Minister of Consumer Affairs, Food and Public Distribution, at his residence 12, Janpath, New Delhi. pic.twitter.com/QPqh3u9jga
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 9, 2020
आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण जैसे दिग्गजों से लोकसेवा की सीख लेनेवाले पासवान जी फायरब्रांड समाजवादी के रूप मे उभरे। उनका जनता के साथ गहरा जुड़ाव था और वे जनहित के लिए सदा तत्पर रहे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदना।
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 8, 2020
बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव में पैदा हुए राम विलास पासवान पांच दशक से ज्यादा समय तक राजनीति में सक्रिय रहे। उनका पार्थिव शरीर यहां से पटना ले जाया जाएगा जहां शनिवार को उनका अंतिम संस्कार होगा।
पटना में, उनके पार्थिव शरीर को लोजपा कार्यालय में रखा जाएगा, जहां लोग अपने नेता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह ने भी लोजपा नेता को अर्पित की पुष्पांजलि
प्रधानमंत्री के अलावा, कई अन्य नेताओं जैसे रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह ने भी लोजपा नेता को पुष्पांजलि अर्पित की।
74 साल के रामविलास, जिन्होंने पिछले साल सक्रिय राजनीति में 50 साल पूरे किए थे, पहली बार 1969 में विधायक चुने गए थे।
पासवान के निधन के कुछ ही दिनों पहले चिराग पासवान ने बिहार में राजग छोड़ने और अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
देश के प्रमुख दलित नेताओं में से एक, रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 सरकार के साथ-साथ केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
5 जुलाई, 1946 को बिहार के खगड़िया जिले में जन्मे पासवान पुलिस सेवा के लिए चुने गए थे, लेकिन उन्होंने राजनीति में शामिल होने का फैसला किया।
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