रेत माफियाओं पर गिरी गाज, मशीनें भी जब्त
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में अवैध रेत खनन के मामले में नरैनी विधायक के विरोध का असर शुरू हो गया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने एक साथ कई घाटों पर छापेमारी कर रेत खनन में लगीं 10 जेसीबी और पोकलैंड मशीनें जब्त की हैं और कई वांछितों को भी हिरासत में लिया है।
अपर जिलाधिकारी गंगाराम गुप्ता ने गुरुवार को बताया कि ‘हटेटी पुरवा बालू खदान में उपजिलाधिकारी प्रहलाद सिंह, तहसीलदार सुनील कुमार और सीओ डॉ. राकेश मिश्र की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर पांच पोकलैंड और दो जेसीबी मशीनें जब्त की हैं, साथ ही पट्टाधारक शैलेंद्र यादव और वीरेंद्र सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है।
इसी तरह अतर्रा के एसडीएम ए.के. श्रीवास्तव और सीओ जितेंद्र सिंह परिहार ने संयुक्त रूप से लमेहटा घाट में छापेमारी कर तीन पोकलैंड मशीनें जब्त की हैं। उन्होंने बताया कि जब्त की गईं मशीनों के जरिए पट्टाधारक रेत खनन करा रहे थे। कई वांछित लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
Also read : अमरनाथ यात्रा : ITBP के अधिकारी की मौत, 14 तीर्थयात्री घायल
नरैनी विधायक राजकरन कबीर ने बताया, “बालू के अवैध खनन का मुद्दा बुधवार को सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के समक्ष जिला योजना समिति की बैठक में भी जोर-शोर से उठाया गया, तब प्रशासन हरकत में आया और बड़ी कार्रवाई की है।”
उन्होंने कहा कि एनजीटी और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी खनन माफिया मशीनों और ओर लोडिंग के अवैध कारोबार कर रहे थे, जिसका उन्होंने विरोध किया था। इसी से खफा होकर उन्हें ट्रक से कुचलने की कोशिश की गई थी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)