भव्य होगा पीएम मोदी का तीसरा शपथ ग्रहण समारोह, जाने सुरक्षा के अलावा क्या है तैयारियां ?

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एनडीए की जीत के साथ ही पीएम मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. इसके लिए पहले 8 जून की तारीख तय की गयी थी. लेकिन इसके बाद किन्ही कारणों से इस तारीख में बदलाव करते हुए, शपथ ग्रहण का कार्यक्रम 9 जून रविवार को तय किया गया है. इसके साथ ही एनडीए के संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण की हैट्रीक लगाएंगे. बीते शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था. मोदी को मुर्मू ने प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया. भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने 293 सीटें जीतीं है, जबकि बीजेपी को सिर्फ 240 सीटें मिली हैं. वहीं पीएम मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, भूटान, नेपाल, मॉरीशस और सेशेल्स के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि, दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. राष्ट्रपति भवन को अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) कमांडो, ड्रोन और “स्नाइपर” की सुरक्षा मिली है. राजधानी के लीला, ताज, आईटीसी मौर्या, क्लेरिजस और ओबेरॉय होटल विदेशी मेहमानों को ठहराने की व्यवस्था की गयी है, इसके चलते होटल कड़ी सुरक्षा घेरे में रहने वाले हैं.

एनएसजी और पुलिस कमांडो रहेंगे तैनात

दिल्ली पुलिस के स्वाट और एनएसजी के कमांडो समारोह के दिन राष्ट्रपति भवन के आसपास तैनात रहेंगे. अधिकारियों ने बताया कि, ” दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने समारोह के मद्देनजर सुरक्षा योजना बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय और नई दिल्ली में कई बैठकें की. शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन के अंदर होना है, इसलिए परिसर के अंदर और बाहर तीन-स्तरीय सुरक्षा होगी. ‘बाहरी घेरे’ पर दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, उसके बाद अर्धसैनिक बल के जवान और ‘भीतरी घेरे’ में राष्ट्रपति भवन की आंतरिक सुरक्षा के जवान तैनात रहेंगे.”

एआई तकनीक का सुरक्षा में किया जाएगा प्रयोग

इसके साथ ही ऊंची इमारतों में एंटी ड्रोन प्रणाली भी तैनात किए जा रहे हैं, एनएसजी के मौजूदा एंटी ड्रोन सिस्टम शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उपस्थित रहेंगे. एनएसजी की मदद से डीआरडीओ भी एंट्री ड्रोन सिस्टम को देख रहा है. खुफिया स्थानों और ऊंची इमारतों पर स्नाइपर्स की तैनाती से लेकर घुसपैठ चेतावनी प्रणाली (Intrusion Warning System) और फेस आइडेंटिफिकेशन (AI)तकनीक का उपयोग करके सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करना भी अलग-अलग स्थानों पर होगा.

दिल्ली का मध्य भाग रहेगा बंद और यातायात में होगा बदलाव

कार्यक्रम स्थल के आसपास लगभग 2500 पुलिसकर्मी (अर्धसैनिक बलों और दिल्ली सशस्त्र पुलिस (डीएपी) के जवानों की पांच कंपनी) तैनात किए जाएंगे. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि, नई दिल्ली जिले में महत्वपूर्ण स्थानों पर ड्रोन और “स्नाइपर” और सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे जिन मार्गों पर आम लोग चलेंगे. उन्हें लगता है कि सुरक्षा घेरा पिछले वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बनाया गया है. दिल्ली के मध्य भाग की ओर जाने वाली कई सड़कें रविवार को बंद हो सकती हैं या सुबह से ही यातायात में बदलाव हो सकता है. शनिवार से ही राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर जांच बढा दी जाएगी.

इन देशों ये शीर्ष नेता होंगे कार्यक्रम शामिल

श्रीलंका के राष्ट्रपति – रानिल विक्रमसिंघे
मालदीव के राष्ट्रपति- डॉ मोहम्मद मुइज्जू
सेशेल्स के उपराष्ट्रपति- अहमद अफीक
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री- शेख हसीना
मॉरीशस के प्रधानमंत्री- प्रविंद कुमार जगन्नारथ
नेपाल के प्रधानमंत्री- पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’
भूटान के प्रधानमंत्री- शेरिंग टोबगे

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राष्ट्रपति पीएम मोदी को शपथ पहले खिलाएंगी दही

वही राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी की गयी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘राष्ट्रपति ने प्राप्त विभिन्न समर्थन पत्रों के आधार पर पाया कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग गठबंधन नवगठित 18वीं लोकसभा में बहुमत प्राप्त करने तथा एक स्थिर सरकार बनाने की स्थिति में है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री मनोनीत किया जाता है.” विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति रविवार की शाम 7.15 पर राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी.

 

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