पीएम मोदी का 24 मार्च को काशी में आगमन, इन बड़ी योजनाओ की देंगे सौगात
प्रधानमंत्री मोदी काशी में 24 मार्च को पांच घंटे के प्रवास पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर आएंगे। इस दौरान पीएम मोदी करीब 1600 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की सौगात काशीवासियों को देंगे। इसमें से प्रमुख वाराणसी में देश की पहली पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे। स्थानीय प्रशासन ने गुरूवार को बताते हुए इसकी जानकारी दी.
मंडलायुक्त ने दी जानकारी…
वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 24 मार्च को वाराणसी आने का कार्यक्रम है. इस दौरान वह काशी की जनता के लिए 1450 करोड़ रुपये की कुल 9 योजनाओं का शिलान्यास करेंगें और 200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे. प्रधानमंत्री इस दौरान काशी में देश के पहले ‘अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे’ की नींव रखेंगे. काशीवासियों को लंबे समय से अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे का इंतजार था.
मात्र 16 मीनट में कैंट से गोदावलिया की दुरी होगी पूरी…
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि 664.49 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोपवे में पांच स्टेशन होंगे. इसके पूरा होने पर कैंट से गोदौलिया की दूरी महज 16 मिनट में पूरी की जा सकेगी, जिसमें अभी कम से कम 45 मिनट लगते हैं.
टीबी दिवस के कार्यक्रम में होंगे शामिल…
पीएम मोदी के वाराणसी कार्यक्रम से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ 17 मार्च को दो दिन के लिये वाराणसी जाएंगे. वह पीएम नरेंद्र मोदी के आने से पहले जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप देंगे. 24 मार्च को टीबी दिवस के मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में आयोजि कार्यक्रम की तैयारियों का भी जायजा लेंगे. सीएम 18 मार्च को होटल ताज गैंगेज में शंघाई सहयोग संगठन के मंत्री समूह की मीटिंग में भी शामिल होंगे.
काशी में आए श्रद्धालुओ के लिए बड़ी सुविधा…
वाराणसी में बनने वाले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे कार में 11 लोगों के बैठने की सुविधा रहेगी. काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले शिवभक्तों के लिए यह रोपवे एक बड़ी सुविधा के रूप में देखा जा रहा है. पहले चरण में इस परियोजना में कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे को जोड़ा जाएगा. इस दौरान कुल पांच स्टेशन होंगे. कैंट रेलवे स्टेशन, विद्यापीठ स्टेशन रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया स्टेशन के बीच 4.5 किमी की दूरी कवर की जाएगी.
Also Read: क्या दिल्ली NCR बनेगा देश का नया जामताड़ा?