पीएम मोदी ने लक्षद्वीप दौरे से भारत विरोधी मालदीव को दिया संदेश

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया. इस दौरे की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की. इन तस्वीरों में वे स्नॉर्कलिंग और मॉर्निंग वॉक करते नजर आ रहे हैं. पीएम ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए भारतीयों से लक्षद्वीप घूमने की अपील की. पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग अपने अंदर के रोमांच को अपनाना चाहते हैं, उनके लिस्ट में लक्षद्वीप जरूर होना चाहिए.
हालांकि लोगों को यह यात्रा मात्र लक्षद्वीप टूरिज्म को बढ़ावा देती दिख रही है परन्तु इसके पीछे एक गहरा जियोपोलिटिक्स खेल है.

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मालदीव पर्यटन का विकल्प बनाना है उद्देश्य

पीएम मोदी के इस दौरे का उद्देश्य मालदीव जाने वाले भारतियों को एक और विकल्प प्रदान करना है.
साथ ही लक्षद्वीप में लोगों की रुचि ंस्थानीय पर्यटन उद्योग के लिए एक वरदान साबित हो सकती है. वहीं यह मालदीव के लिए एक बड़ा काउंटर बन सकता है. क्योंकि लक्षद्वीप एक ऐसी जगह है जहां मालदीव के मुकाबले ज्यादा टूरिस्ट नहीं जाते. यह विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकता है. पीएम मोदी का यह संदेश मालदीव के द्वारा हो रही लगातार भारत विरोधी गतिविधियों के बाद भेजा गया है.

सबसे अधिक संख्या में भारतीय जाते हैं मालदीव

साल 2023 में 209,198 भारतीय टूरिस्ट मालदीव पहुंचे थे. वहीं 209,146 टूरिस्ट के साथ रूसी दूसरे स्थान पर थे. मालदीव के टूरिज्म में भारत और रूस का प्रतिशत 11.1 ही है. हालांकि चीन से आनेवाले टूरिस्ट की संख्या में अचानक एक बड़ा उछाल देखने को मिला है. मालदीव पहुंचने वालों में चीन के टूरिस्ट तीसरे नंबर पर रहे. 2022 की रैंकिग के हिसाब से चीनी टूरिस्ट संख्या में 27वें नंबर पर थे.

भारतियों में दिख रहा है असर

हालांकि एक्स पर भारतियों द्वारा मालदीव के सफर का बहिष्कार करने का अभियान चलाया जा रहा है इससे हजारों की संख्या में होटल बुकिंग और हवाईजहाज की बुकिंग को भी कैंसिल किया जा रहा है. वहीं लक्षद्वीप से जुड़े गूगल सर्च में इस यात्रा के बाद से ही बढ़ोतरी हुई है. गूगल ट्रेंड्स से पता चलता है कि लक्षद्वीप कैसे पहुंचें, दिल्ली से लक्षद्वीप, और लक्षद्वीप के लिए उड़ान जैसे सर्च अचानक से काफी बढ़ गए हैं.

मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के नीतियों के बाद बढ़ा तनाव

मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभालते ही मोहम्मद मुइज्जू ने अपने चुनावी वादों के मुताबिक भारतीय सैन्य टुकड़ियों को वापस भारत लौटने को कहा था. मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद पहला दौरा भारत का करने का रिवाज भी राष्ट्रपति मुइज्जू ने तोड़ते हुए तुर्की देश का दौरा किया था. उन्हें चीन समर्थित माना जाता है.

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