यूपी: पीएम केयर फंड से मिले 182 वेंटिलेटर हुए कबाड़, मरम्मत चार्ज पर फंसा पेंच
यूपी के 6 मेडिकल कॉलेजों में पीएम केयर फंड से मिले 182 वेंटिलेटर कबाड़ हो चुके हैं. लंबे समय से खराब इन वेंटिलेटरों की मरम्मत चार्ज पर भी पेंच फंस गया है. वहीं, सालों से चालू हालत में मौजूद वेंटिलेटरों की भी मरम्मत नहीं हुई है, जिसका खर्च अधिक बताया जा रहा है. वर्तमान में 2,315 वेंटिलेटर अभी काम कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, वेंटिलेटर खरीदते समय मरम्मत चार्ज (एएमसी) नहीं जोड़ा गया था, क्योंकि ये सभी केंद्र सरकार द्वारा सीधे भेजे गए थे. वहीं, यहां के अधिकारियों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. मगर, जब वेंटिलेटर खराब होने लगे तो एएमसी के लिए संबंधित कंपनी से संपर्क किया गया. इस पर कंपनी ने मरम्मत का शुल्क मांगा. मरम्मत के नाम पर कंपनी प्रति वेंटिलेटर की कीमत की 15 प्रतिशत धनराशि मांग रही है, जबकि सामान्य तौर पर वेंटिलेटर की लागत का 4-5 प्रतिशत की दर से ही मरम्मत कराई जाती है.
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने कंपनी से बातचीत की और वाजिब मूल्य लेने की बात कही है. कंपनी के अधिकारियों से दो दौर की बैठकें भी हो चुकी है. हालांकि, कंपनी द्वारा मरम्मत चार्ज कम नहीं करने पर दूसरे विकल्प भी तलाश रहे हैं. साथ ही, यह भी प्रयास किया जा रहा है कि पहले से निर्धारित मूल्य से कुछ अधिक कीमत पर कंपनी राजी हो जाती है तो ठीक है, अन्यथा दूसरी कंपनियों से भी बातचीत की जाए.
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय की महानिदेशक श्रुति सिंह ने कहा
‘वेंटिलेटर की मरम्मत के लिए राज्य बजट से प्रावधान किया जा रहा है. इसमें यह देखा जा रहा है कि खराब पड़े वेंटिलेटर में कितने की मरम्मत कराई जा सकती है. जो क्रियाशील हैं, उनकी वार्षिक मरम्मत को लेकर भी संबंधित कंपनी से बातचीत चल रही है.’
यहां खराब हैं वेंटिलेटर…
– कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सर्वाधिक वेंटिलेटर खराब हैं. यहां पीएम केयर फंड के 126 वेंटिलेटर भेजे गए थे, जिनमें से 60 खराब पड़े हैं.
– आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में 131 वेंटिलेटर में से 10 खराब पड़े हैं.
– झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में 94 वेंटिलेटर में से 24 खराब पड़े हैं.
– सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 73 वेंटिलेटर में से 18 खराब पड़े हैं.
– आजमगढ़ के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 96 वेंटिलेटर में से 20 खराब पड़े हैं.
– सैफई के यूपी आयुर्विज्ञान संस्थान में 134 वेंटिलेटर में से 50 वेंटिलेटर खराब पड़े हैं.
बता दें वर्ष 2020 में कोरोना काल के समय चिकित्सा शिक्षा विभाग को पीएम केयर फंड से 2,497 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए थे. इन्हें 33 चिकित्सा संस्थानों व मेडिकल कॉलेजों में लगाया गया था.
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