यहां दुआओं में लोग मांगते हैं सिर्फ कब्रिस्तान, जानिए क्यों?
यूपी के आगरा में एक ऐसी जगह भी है जहां के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग ईद की दुआओं में अपने लिए दौलत या ख़ुशी नहीं मांगते, बल्कि वो मांगते हैं तो सिर्फ कब्रिस्तान के लिए एक गज जमीन। क्योंकि जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखने के बाद भी गांव वालों को कब्रिस्तान के लिए जमीन आज तक नसीब नहीं हो पाई हैं।
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मामला ताजनगरी से लगभग 30 किलोमीटर दूर आगरा-जयपुर मार्ग पर स्थित किरावली तहसील के अछनेरा इलाके का है, जहां छह पोखर गांव के रहने वाले मुस्लिम परिवारों को उनके दिवंगत प्रियजनों को दफनाने के लिए अपने घरों के पिछले बरामदे का प्रयोग करना पड़ता है। क्योंकि गांव में कोई भी कब्रिस्तान नहीं है और सरकार ने भी उनको कोई जगह उपलब्ध नहीं कराई है।
तालाब बना कब्रिस्तान:
न्यूज18 हिंदी से बातचीत में छह पोखर गांव के ग्राम प्रधान सुंदर सिंह ने बताया कि कब्रिस्तान के लिए गांव में उपलब्ध जमीन तालाब में बदल चुका है, जिसमें काफी पानी भरा हुआ है। यही वजह से गांव में किसी व्यक्ति की मौत होने पर मृत व्यक्ति को अपने घर के पिछले हिस्से में आज भी दफनाना पड़ता है।
जिला प्रशसान से नहीं मिला सहयोग:
ग्राम प्रधान सुंदर बताते हैं कि 3300 आबादी वाले इस मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र में एक भी जगह कब्रिस्तान के लिए नहीं है। हम लोगों ने कई बार एसडीएम से लेकर डीएम तक गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन जिला प्रशासन की तरफ से नहीं मिला हैं।
सीएम योगी से अपील:
सुंदर सिंह ने बताया कि घर में कब्र होने के चलते बच्चे और महिलाएं आए दिन डरकर बीमार भी होती रहती हैं। उन्होंने बताया कि कि योगी सरकार से मांग की गई है कि जल्द से जल्द ग्राम समाज की चिन्हित जमीनों में से कोई भी जमीन कब्रिस्तान के लिए अावंटित करने का आदेश पारित करें।
शासन को जल्द भेजेंगे प्रस्ताव:
बरसों से कब्रिस्तान के लिए जंग लड़ रहे गांव वालों की मांग पर जब न्यूज18 ने किरावली तहसील के एसडीएम अरूण कुमार से बातचीत की। तो उन्होंने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में आया है। उक्त गांव में कब्रिस्तान के लिए जमीन सरकारी अभिलेखों में भी दर्ज नहीं है और जो जमीन पहले मौजूद थी, वह अब तालाब में तब्दील हो चुका है।
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उन्होंने बताया कि शासन को दूसरा प्रस्ताव भेजा जा रहा है ताकि जल्द से जल्द गांव वालों को कब्रिस्तान के लिए जगह मिल सकें। गौरतलब है अाजादी के बाद प्रदेश में कितनी सरकारें आईं, लेकिन इन गांव वालों की समस्या पर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि चुनाव के वक्त आने वाले नेताओं वोट के खातिर झूठे वादे जरूर किए प वापस नहीं लौटे। हालांकि सूबे की योगी सरकार से गांव वालों को उम्मीद है कि उन्हें कब्रिस्तान के लिए दो गज जमीन अब जरूर मिल जाएगी।
(साभार – न्यूज 18)