विवेक तिवारी शूटआउट : दबंग हैं लेकिन कातिल नहीं हो सकता कॉस्टेबल प्रशांत!

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28-29 सितंबर की रात राजधानी लखनऊ में मारे गए एप्पल मोबाइल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी को उसके पैतृक गांव के लोग निर्दोष बता रहे हैं।

दोस्त यह भी कहते हैं कि दबंग था…

बुलंदशहर के जटपुरा गांव के निवासी प्रशांत चौधरी के परिजन इस वक्त बेटे की केस की पैरवी के लिए लखनऊ में हैं, लेकिन आस-पड़ोस और दोस्त कहते हैं कि बचपन से उसका चाल-चलन और चरित्र ठीक ठाक था। हालांकि दोस्त यह भी कहते हैं कि दबंग था, लेकिन हत्यारा नहीं हो सकता।

लखनऊ शूटआउट की तो ड्यूटी के दौरान क्या हुआ…

एक न्यूज चैनल से बातचीत में पड़ोसी राजू कहते हैं कि मैं प्रशांत को भलीभांति जानता हूं, वह हमारे गांव का है। उस पर आज तक किसी भी तरह का कोई आरोप नहीं लगा है। रही बात लखनऊ शूटआउट की तो ड्यूटी के दौरान क्या हुआ, यह मैं नहीं कह सकता।

वहीं एक अन्य पड़ोसी बुजुर्ग महिला रानी देवी ने बताया, ” मेरी उम्र 70 साल की है। मैं तब से उसे देख रही हूं. यह लड़का ऐसा नहीं है। किसान परिवार का बेटा है और पूरा परिवार सभ्य है। प्रशांत ने पढ़ा लिखा, फिर नौकरी की।अब उसकी किस्मत में क्या लिखा है, यह पता नहीं।

लेकिन पड़ोसियों के बयान के ठीक उलट सोशल मीडिया पर प्रशांत चौधरी की दो फोटो वायरल हो रही है, जिसमें उसकी दबंग छवि दिखाई दे रही है। उनमें से एक फोटो 2016 की बताई जा रही है। फोटो में प्रशांत चौधरी एसएसपी की कुर्सी पर बैठा नजर आ रहा है।

इस बारे में बुलंदशहर पुलिस चुप्पी साधे है

यह फोटो बुलंदशहर की पुलिस लाइन स्थित कॉन्फ्रेंस हाल की है। हत्याकांड के बाद से इस फोटो को वायरल कर दिया गया है। हालांकि इस बारे में बुलंदशहर पुलिस चुप्पी साधे है। हालांकि, प्रशांत के घर पर ताला लगा हुआ था। सभी लोग लखनऊ में उसके केस की पैरवी करने पहुंचे हैं। गांव में घर के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ था। लोग बस यही कह रहे थे कि लड़का ऐसा नहीं था। न जाने क्या हुआ? कैसे गोली मार दी? कुछ पता नहीं। साभारnews18

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