बच्ची का पता लगाने को साड़ी व्यापारियों ने निकाली यह तरकीब
सूरत में 11 साल की बच्ची से रेप के बाद हत्या की घटना ने पूरे देश में महिला सुरक्षा, खासकर रेप के मामलों को लेकर चल रहे गुस्से को और भड़का दिया। लोग विरोध करने सड़कों पर उतरे, कहीं प्रदर्शन (protest) हुए तो कहीं कैंडल मार्च (march)। इस सब के बीच सूरत में लोग बच्ची की पहचान का पता लगाने के लिए कोशिशों में जुटे रहे। ऐसा ही कुछ कर रहे हैं यहां के साड़ी व्यापारी।
अलग-अलग राज्यों में भेज दिए गए
सेवा फाउंडेशन नाम के एनजीओ के संस्थापक ललित शर्मा ने बताया है कि सूरत पुलिस की मदद से बच्ची का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया, ‘बच्ची की पहचान नहीं होने पर स्थानीय साड़ी व्यापारियों की मदद ली गई। बच्ची की तस्वीर वाले 25,000 पर्चे छपवाकर साड़ी के पैकट्स में रखे गए और अलग-अलग राज्यों में भेज दिए गए। उन पर पुलिस अधिकारियों के नंबर और अन्य जानकारियां भी लिखी गईं जिससे कि अगर किसी के पास बच्ची से जुड़ी जानकारी हो तो वह संपर्क कर सके।’
दूसरे राज्यों तक ऐसे पहुंच रहा संदेश
साड़ियों के पैकट उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा भेजे गए हैं। पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने बताया कि ऐसे ही पोस्टर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जाने वाली ट्रेनों पर भी लगा दी गई हैं।
Also Read : नवंबर से नहीं छपे 500 के नोट, अब 3 शिफ्ट में छपाई
इससे पहले सूरत के बिल्डर तुषार घेलानी ने बच्ची या दोषियों के बारे में जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। सूरत के हीरा व्यापारी भी पुलिस से मिले थे और इनाम में और बड़ी रकम रखने के बारे में बात की थी।
पीड़ता आंध्र प्रदेश की निवासी?
उधर, मंगलवार को आंध्र प्रदेश के एक दंपति ने बच्ची को अपनी बेटी बताया था। वह पिछले साल अक्टूबर से लापता था। पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने बताया था कि बच्ची के माता-पिता सूरत पहुंच गए हैं। इस बारे में पुख्ता जानकारी डीएनए टेस्ट होने के बाद दी जा सकी है।
हैवानियत का हुई थी शिकार
गौरतलब है कि बच्ची की लाश 6 अप्रैल को एक क्रिकेट ग्राउंड में झाड़ियों के पीछे मिली थी। फरेंसिक जांच में बच्ची से रेप और गला दबाकर हत्या किए जाने की बात सामने आई थी। उसके शरीर पर 86 चोटें भी पाई गई थीं। बच्ची के साथ हैवानियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके दांतों और चहरे पर खून ही नहीं गालों पर आंसू पर सूख गए थे।
NBT
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)