निर्भया केस: दोषी पवन ने दाखिल की क्यूरेटिव याचिका, मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग
पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उसकी फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया जाए
निर्भया गैंगरेप मामले में फांसी की सजा पाए चारों दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की है। याचिका में पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उसकी फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया जाए।
गौरतलब है कि पवन गुप्ता के पास क्यूरेटिव पिटीशन के अलावा राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने का भी विकल्प बचा हुआ है। वहीं बाकी तीनों दोषियों ने अपने सारे विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है।
बता दें कि कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों को तीन मार्च को फांसी पर लटकाने का आदेश जारी किए हुए है। चारों आरोपियों के खिलाफ अब तक तीन बार डेथ वारंट जारी किया जा चुका है। दिल्ली की एक अदालत ने तीन मार्च की सुबह फांसी देने का समय तय किया है।
16 दिसंब 2012 को हुआ था गैंगरेप-
अपने मित्र के साथ जा रही एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ एक निजी बस में छह लोगों ने बर्बरतापूर्वक सामूहिक दुष्कर्म करने और क्रूरतापूर्ण हमला करने बाद उसे जख्मी हालत में उसके दोस्त के साथ चलती बस से बाहर फेंक दिया गया। पीड़ितों को सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़िता की हालत और गंभीर हो गई जिसे देखते हुए सरकार ने पीड़िता को विमान से सिंगापुर के माउण्ट एलिजाबेथ अस्पताल में स्थानांतरित कराया। 29 दिसंबर 2012 को पीड़िता ने गंभीर चोटों और शारीरिक समस्याओं से जूझते हुए सुबह 2 बजकर 15 मिनट पर दम तोड़ दिया।
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