पाक युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने के लिए ले रहा है सोशल मीडिया का सहारा
पाक अपने कश्मीरी युवाओं को आतंकवाद में जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहा है। उत्तरी कमान के जनरल अफसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट रणबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना जम्मू कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद की ओर खींचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकवाद के बुनियादी ढांचे अब भी बने हुए हैंउन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में शांति और स्थायित्व को बिगाड़ने के लिए जनमत को बदलने के लिए चर्चा और विमर्श विकसित करने की कोशिश कर रहा है।
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उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए चिंता का विषय है। हमारा ध्यान इस पर है।’ सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना घाटी के युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया के मंचों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने यहां कहा, ‘‘कट्टरपंथ फैलाया जाना न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का एक विषय है।
सशस्त्रबलों के मनोबल पर असर नहीं पड़ता है
सेना को निशाना बनाकर पूर्व मुख्मयंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला द्वारा दिए गए बयानों को तवज्जो नहीं देते हुए उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि ऐसे बयानों से भारतीय सशस्त्रबलों के मनोबल पर असर नहीं पड़ता है और वह ‘अपने शासनादेश’ के तहत आतंकवाद निरोधक अभियान जारी रखेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने यहां कहा, ‘‘भारतीय सेना विभिन्न बयानों से प्रभावित नहीं होती है। हमें पता है कि भारत सरकार जम्मू कश्मीर में स्थायी शांति और सामान्य स्थिति के लिए कटिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने सेना को जम्मू कश्मीर में आतंकवाद निरोधक अभियान चलाने का शासनादेश दिया है और वे अभियान चलाये जा रहे हैं।’’
वह कश्मीर में आतंकवाद निरोधक अभियान को लेकर सेना को निशाना बनाते हुए उमर और महबूबा द्वारा दिये गये बयानों और उनसे सैनिकों के मनोबल पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब दे रहे थे।
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